दरअसल दक्षिण अफ्रीका में साहेल नामक एक जगह है, जहां वूडाबी जनजाति के लोग रहते हैं। पूरे दक्षिण अफ्रीका को समेटने वाला साहेल एक रेगिस्तान है। यहां रहने वाले मर्द और औरतों में कई बातें ऐसी हैं जो काफी असामान्य है। जैसे यहां औरतें सजने-संवरने का शौक नहीं रखती बल्कि यहां रहने वाले मर्द खुद सज-धज कर बिल्कुल टिप-टॉप रहते हैं।
साहेल में वूडाबी जनजाति के लोगों का एक विशेष त्योहार होता है जिसमें मर्द किसी भी गैर महिला को चुरा सकते हैं। दरअसल ये यहां का एक रिवाज़ है। लेकिन महिला ऐसे किसी भी मर्द के साथ नहीं जाती। इसके लिए मर्दों को त्योहार में सज-संवर के जाना होता है। इसके अलावा दूसरे की पत्नी को चुराने के लिए एक मर्द के पास बाकी मर्दों के मुकाबले ज़्यादा टैलेंटेड होना चाहिए।
ये त्योहार एक खुले मैदान में मनाया जाता है, जहां शादीशुदा औरतों के साथ कुंवारी लड़कियां भी आती हैं। जिसके बाद मर्द उन्हें इंप्रेस करने के लिए अपना-अपना टैलेंट दिखाते हैं। लेकिन यहां एक खास बात ये है कि मर्दों का मेकअप महिलाओं को पसंद आना चाहिए नहीं तो वे रिजेक्ट कर दिए जाते हैं। यदि किसी मर्द की सुंदरता और टैलेंट से कोई महिला इंप्रेस हो गई तो वह मर्द के साथ जाने के लिए तैयार हो जाती है।
महिलाओं की पसंद को एक जायज़ रिश्ता माना जाता है। यहां की औरतें अपने किसी भी मनपसंद मर्द के साथ जा सकती हैं। ऐसे में उनका पति उन्हें कुछ नहीं कह सकता। इसके अलावा कुंवारी लड़कियां भी अपने मनपसंद का कोई पुरुष चुनकर उनसे शादी कर लेती हैं। आपको जानकर हैरानी होगी कि यहां की लड़कियां शादी से पहले ही शारीरिक संबंध बनाने के लिए आज़ाद हैं, इसके अलावा वे जितने मर्ज़ी उतने मर्दों के साथ संबंध बना सकती हैं।