एक अधिकारी के अनुसार कोरोना के प्रतिबंधों के विरोध में करीब एक हजार से अधिक लोग जमा होने वाले थे। मगर महामारी के मद्देनजर प्रदर्शनकारियों को एक स्थल पर एकत्र होने नहीं दिया गया। उनसे सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करने को कहा गया गया था। अधीक्षक एम्मा रिचर्ड्स का कहना है कि लंदन एक सार्वजनिक स्वास्थ्य संकट के बीच खड़ा है और यहां बड़ी सभा लोगों को जोखिम में डाल देगा। इसके बावजूद प्रदर्शनकारी यहां एकत्र हुए।
पुलिस प्रशासन का कहना है कि जब प्रदर्शनकारियों ने उनकी दी हुई हिदायतें नहीं सुनीं तब उनको हटाने के लिए बल प्रयोग करना पड़ा। लंदन के मेयर सादिक खान ने शुक्रवार को कोरोना वायरस के दोबारा प्रसार पर चिंता व्यक्त की है। उन्होंने कहा था कि लंदन में दोबारा कोरोना संक्रमण के फैलने में तेजी आ सकती है। ब्रिटेन के डिपार्टमेंट ऑफ हेल्थ एंड सोशल केयर के अनुसार शनिवार तक यहां पर वायरस के 4,422 नए मामले सामने आए थे।