रूस: सोवियत संघ के अंतिम मार्शल दिमित्री याजोव का 95 वर्ष की आयु में निधन

मार्शल दिमित्री ( Dmitry Yazov ) ने 1991 में तत्कालीन USSR नेता मिखाइल गोर्बाचेव ( Mikhail Gorbachev ) के खिलाफ तख्तापलट में अहम भूमिका निभाई थी
दिसंबर 1991 में सोवियत संघ ( Soviet Union ) को भंग कर दिया गया

<p>Russia: last marshal of Soviet Union Dmitry Yazov Passed Away</p>

मास्‍को। रूस ( Russia ) में सोवियत संघ ( Soviet Union ) के अंतिम मार्शल रहे दिमित्री याजोव ( Dmitry Yazov ) का निधन हो गया। वे 95 वर्ष के थे। उन्‍होंने रूस की राजधानी मास्‍को ( Mascow ) में अंतिम सांस ली। रूसी रक्षा मंत्रालय ने जानकारी देते हुए बताया है कि मार्शल दिमित्री लंबी बीमारी से जूझ रहे थे।

मार्शल दिमित्री ( Mikhail Gorbachev ) जिन्होंने 1991 में तत्कालीन USSR नेता मिखाइल गोर्बाचेव के खिलाफ तख्तापलट में अहम भूमिका निभाई थी।

रूस: राष्ट्रपति पुतिन के संवैधानिक सुधारों को मिली ड्यूमा की मंजूरी, विरोध में नहीं पड़े एक भी वोट

दमित्रि ने 1987 और 1991 के बीच रक्षा मंत्री ( Defence Ministry ) की जिम्मेदारी संभाली। इसके बाद मार्शल के पद पर नियुक्त हुए। दिमित्री ने मार्शल के पद बैठने के एक साल बाद अगस्त 1991 में गोर्बाचेव के खिलाफ तख्तापलट के प्रयास में भाग लिया था।, हालांकि यह तख्ता पलट विफल हो गया था।

दमित्रि 1993 में जेल से हुए रिहा

मिखाइल गोर्बाचेव के खिलाफ तख्तापलट ( Coup ) के मामले में तीन बाद दमित्रि को गिरफ्तार कर लिया गया और जेल में डाल दिया गया। लेकिन करीब दो साल बाद 1993 में दमित्रि को जेल से रिहा कर दिया गया और 1994 में असफल तख्तापलट में उनकी भूमिका के लिए उन्हें माफ कर दिया गया।

ऐसा माना जाता है कि दमित्रि के असफल तख्तापलट के प्रयास के बाद सोवियत संघ का विघटन सुनिश्चित हो गया और अंततः दिसंबर 1991 में सोवियत संघ को भंग कर दिया गया।

कई पुरस्कारों से किए गए सम्मानित

मालूम हो कि सोवियत शासन के खिलाफ लिथुआनिया में 1991 के विद्रोह के दौरान युद्ध अपराधों के लिए पिछले साल याज़ोव की अनुपस्थिति में उन्हें सजा सुनाई गई थी। इसके बावजूद भी दमित्रि याजोव को कई पुरस्कारों से सम्मानित किया गया।

Gaganyaan: कठिन चुनौतियों से जूझते भारतीय एस्ट्रॉनोट रूस में ले रहे हैं कड़ा प्रशिक्षण

रूस में दमित्रि को एक प्रतिष्ठित व्यक्ति के तौर पर याद किया जाता है। 4 फरवरी को रूसी रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु ने उन्हें फॉर मेरिट टू द फादरलैंड’ पुरस्कार से सम्मानित किया। इसके अलावा उन्हें राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने भी सम्‍मानित किया था। 2004 में ‘ऑर्डर ऑफ ऑनर’ और 2014 में ‘ऑर्डर अलेक्जेंडर नेवस्की’ से भी सम्मानित किया गया।

Read the Latest World News on Patrika.com. पढ़ें सबसे पहले World News in Hindi पत्रिका डॉट कॉम पर. विश्व से जुड़ी Hindi News के अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें Facebook पर Like करें, Follow करें Twitter पर.

Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.