इस दस्तावेजों में कहा गया है कि चीन ने अपने यहां के लाखों उइगर मुस्लिम ( Uighur Muslim ) अल्पसंख्यकों से किसी तरह की सहानुभूति नहीं रखने का आदेश दिया है।
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इन दस्तावेजों में बताया गया है कि चीन के लाखों उइगर मुस्लिम अल्पसंख्यकों को पिछले तीन साल से हिरासत कैंप और जेल में डाल रखा है, क्योंकि राष्ट्रपति शी जिनपिंग ( President Xi Jinping ) ने स्पष्ट आदेश दिया है कि ऐसे लोगों पर किसी प्रकार की दया न की जाए।
हालांकि इन दस्तावेजों में यह स्पष्ट नहीं है कि राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने सीधे तौर पर इन लोगों को कैद करने के आदेश दिए हैं। ऐसा बताया जा रहा है कि चीन ने यह कदम आतंकवाद, घुसपैठ और अलगाववाद के खिलाफ उठाया है।
400 पन्नों में छपा है ये दस्तावेज
न्यूयॉर्क टाइम्स में छपे 400 पेज के दस्तावेज में बताया गया है कि चीन के शिनजियांग प्रांत ( Xinjiang Province ) में बड़े स्तर पर अंधविश्वास फैला हुआ है और इसे खत्म करने की मांग की जा रही है। इसी प्रांत में उइगर मुस्लमान समुदाय के लोग रहते हैं।
एक रिपोर्ट में पहले ही ये बात सामने आई थी कि मुस्लिम बहुल शिनजियांग में कम से कम 10 लाख उइगर और अन्य मुस्लिम अल्पसंख्यकों को हिरासत में रखा गया है। इसे लेकर अमरीका ने चीन की ओलचना भी की थी।
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न्यूयॉर्क टाइम्स में छपे दस्तावेज में राष्ट्रपति जिनपिंग के बयान का हवाला देते हुए लिखा गया है कि हाल के वर्षों में शिनजियांग प्रांत का विकास बड़ी तेजी के साथ किया गया है और लोगों का जीवनस्तर में काफी सुधार हुआ है, लेकिन इसके बावजूद भी वहां पर जातिगत अलगाववाद और आतंकी हिंसा में काफी इजाफा देखने को मिला है। इसका सीधा अर्थ यह है कि आर्थिक विकास से व्यवस्था और सुरक्षा अपने आप कायम नहीं हो जाती है।
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