यों पहुंच पाया रेस्क्यू टीम तक-
पांच सप्ताह तक एंटोनिया जंगलों में भटकता रहा। वह 28 जनवरी को लापता हुआ था। दो दिन बाद उसका जन्मदिन था। पहले सप्ताह वह विमान के आसपास रहा, ताकि कोई रेस्क्यू टीम आए तो वहां से निकल सके। इस दौरान वह चेस्टनट (शाहबलूत) इक_ा करने वाले लोगों के संपर्क में आया। इनके जरिए रेस्क्यू टीम के पास पहुंचा।
परिवार के लगाव ने दी हिम्मत-
परिवार के पास पहुंचने के बाद एंटोनिया सेना भावुक हो गया। उसने कहा कि परिवार के प्रति लगाव ने उसे जंगल में हिम्मत दी और मुश्किल हालात से निकालने में मदद की। ‘मैं अपने परिवार से दोबारा मिलना चाहता था। हिम्मत से काम लेता रहा। मैंने कभी जिंदा बचने की उम्मीद नहीं छोड़ी।’