रिपोर्ट के अनुसार, प्रक्षेपण से वैज्ञानिक और तकनीकी रूप से नए प्रकार से डिजाइन की गई बैलेस्टिक मिसाइल के सामरिक और तकनीकी सूचांकों की पुष्टि हुई और इससे पड़ोसी देशों की सुरक्षा पर कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ा।
रिपोर्ट के अनुसार,उत्तर कोरिया के शीर्ष नेता किम जोंग-उन हालांकि परीक्षण के समय मौजूद नहीं थे, लेकिन उन्होंने परीक्षण में शामिल शोध वैज्ञानिकों को बधाई भेजी है।
उन्होंने कहा कि प्रक्षेपण की सफलता महत्वपूर्ण है क्योंकि इससे कोरिया को बाहरी ताकतों के खतरे को रोकने और आत्मरक्षा के लिए सैन्य-शक्ति बढ़ाने में एक और चरण की शुरुआत की है।
यह लांच उत्तर कोरिया के उप विदेश मंत्री चो सन हुई के उस बयान के अगले दिन हुआ। इसमें उन्होंने कहा था कि प्योंगयांग और वाशिंगटन इस सप्ताह बातचीत करने के लिए सहमत हुए। इसके बाद अमरीका के विदेश विभाग की प्रवक्ता मोर्गन ओर्टागस ने बातचीत की पुष्टि की और कहा कि यह वार्ता अगले सप्ताह होगी।