इसरो की नकलकर नासा ने तैयार किया स्पेससूट, हर आकार के शरीर के लिए होगा फिट

इस स्पेस सूट का रंग भगवा होगा, इसरो ने पहले ही तैयार किया ऐसा स्पेस सूट
गगनयान मिशन के लिए इसरो इस सूट का इस्तेमाल करेगा

वाशिंगटन। अमरीकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (NASA) ने अंतरिक्षयात्रियों की समस्या का हल निकालने के लिए विशेष स्पेस सूट बनाया है। यह नई पीढ़ी का स्पेस सूट होगा। जो सभी आकार-लंबाई वाले अंतरिक्षयात्री पहन सकेंगे। इससे पहले स्पेस सूट के हिसाब से शरीर के आकार को ढालना पड़ता था। इस स्पेस सूट का रंग भगवा होगा।
भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी इसरो (Indian Space Research Organization -ISRO) भी अपने मानव मिशन गगनयान (Gaganyaan) के अंतरिक्षयात्रियों को भगवा रंग के स्पेस सूट में भेजेगा। इस सूट को नासा के सूट से पहले ही तैयार कर लिया गया था। बताया जा रहा है कि भगवा रंग वाले सूट को इसरो से चुराया गया है। गगनयान मिशन के लिए उपयोग होने वाले भगवा रंग के सूट की तस्वीरें नासा के स्पेस सूट से काफी पहले ही सोशल मीडिया पर आ चुकी हैं।
https://twitter.com/NASA_Astronauts?ref_src=twsrc%5Etfw
नासा ने कई बार स्पेससूट में बदलाव किया। यह अपोलो के समय के स्पेस सूट जैसा था। पहली बार नासा ने अपने स्पेस सूट को इस प्रकार का बनाया है कि स्पेस वॉक में यह सहायक बन सके। गौरतलब है कि मार्च 2019 में अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन (ISS) में होने वाली महिलाओं की स्पेस वॉक इसीलिए टल गई क्योंकि वहां उनके शरीर के आकार के अनुसार स्पेस सूट नहीं थे। अब यह स्पेस वॉक 21 अक्टूबर को होगी।
गौरतलब है कि गगनयान 2021 दिसंबर में लॉच किया जाएगा। इसरो ने इसके लिए पहले से ही संतरे के रंग वाले स्पेस सूट बनवा लिए हैं। नासा के इस सूट को लेकर आरोप लगाए जा रहे हैं कि यह इसरों के सूट की नकल है। गगनयान मिशन के लिए तीन भारतीयों को चुना जाएगा। इन्हें श्रीहरिकोटा से अंतरिक्ष में भेजा जाएगा। उनका सफर मात्र 16 मिनट का होगा। इसके बाद ये सभी धरती की निचली कखा में यानी 300 से 400 मिलोमीटर की ऊंचाई पर चक्‍कर लगाते हुए सात दिन अंतरिक्ष में गुजारेंगे। उन्हें गुजरात तट के करीब नजदीक अरब साग और पश्चिम बंगाल के पास खाड़ी में लैंड कराया जाएगा।
इसरो का गगनयान 2021 दिसंबर में लॉन्च होगा। इसके लिए इसरो ने पहले ही संतरे के रंग का स्पेस सूट बनवा लिया है। अमरीकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने लगभग उसी टेक्नोलॉजी का स्पेस सूट बनाया है। साथ ही रंग की भी नकल की है। गगनयान मिशन के लिए 3 भारतीयों को चुना जाएगा, जो देश के पहले मानव अंतरिक्ष उड़ान प्रोग्राम का हिस्‍सा बनेंगे।
इन्‍हें श्रीहरिकोटा स्पेसपोर्ट से लॉन्च किया जाएगा। सिर्फ 16 मिनट के भीतर वो अंतरिक्ष में पहुंच जाएंगे। इसके बाद ये सभी धरती की निचली कक्षा में यानी 300 से 400 किलोमीटर की ऊंचाई पर चक्‍कर लगाते हुए सात दिन अंतरिक्ष में गुजारेंगे। इसके बाद उन्‍हें क्रू-मॉड्यूल के जरिए गुजरात तट के नजदीक अरब सागर में या पश्चिम बंगाल के पास बंगाल की खाड़ी में लैंड करेंगे। इस मिशन के साथ ही मानव को अंतरिक्ष में भेजने वाला विश्‍व का चौथा देश भारत बन जाएगा।
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