मंगल ग्रह पर NASA के इनसाइट लैंडर ने रिकॉर्ड की अजीबोगरीब आवाजें, वैज्ञानिक भी हैरान

NASA का इनसाइट लैंडर मंगल ग्रह पर अब तक 100 से अधिक अजीबोगरीब आवाज को कैद कर चुका है
SEIS बीते साल नवंबर में मंगल ग्रह पर उतरा था और इस साल 23 अप्रैल से काम करना शुरू कर दिया था

वाशिंगटन। भारत की ओर से चंद्रमा के रहस्यों को जानने के लिए लॉंच किया गया चंद्रयान-2 सफलता के काफी करीब पहुंच कर असफल हो गया, जिसके बाद दुनियाभर के वैज्ञानिकों में एक कोतुहल सा बना हुआ है। इसरो (ISRO) लगातार विक्रम लैंडर से संपर्क करने की कोशिश में जुटा हुआ है और अमरीकी स्पेस एजेंसी नासा (NASA) भी इसपर पूरी तरह से अपनी नजरें बनाए हुए है।

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इन सबके बीच चंद्रमा से दूर मंगल ग्रह पर भी वैज्ञानिकों की खोज जारी है। इसी कड़ी में NASA ने एक अजीबोगरीब आवाज को कैद किया है। नासा ने अपने मंगल मिशन के दौरान ग्रह पर एक नई मशीन लगाई थी, जिसमें यह आवाज कैद हुई है, जिसका अध्ययन किया जा रहा है।

अब तक के मंगल मिशन से दुनिया के वैज्ञानिकों को मंगल ग्रह पर पानी, बर्फ, गुरुत्वाकर्षण का स्तर और कुछ अन्य चीजों का पता चल चुका है।

नासा के इनसाइट लैंडर ने कैद की आवाज

बता दें कि नासा की ओर से एक विज्ञप्ति जारी की गई है, जिसमें बताया गया है कि इनसाइट लैंडर ने मंगल ग्रह पर अब तक 100 से अधिक अजीबोगरीब आवाज यानी कंपन का पता लगाया है, जिनमें से 21 को स्ट्रांग माना जा रहा है। ताजा मामले में नासा के जेट प्रोपल्शन प्रोपल्शन लेबोरेटरी (JPL) ने मंगल ग्रह पर कुछ कंपनों को महसूस किया है।

इन आवाजों को लेकर वैज्ञानिक निरंतर इसका अध्ययन कर रहे हैं और पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं। फिलहाल हर वैज्ञानिक अपने स्तर पर इन आवाजों का अलग-अलग मतलब निकाल रहा है। लेकिन एकरूपता नहीं बन पाई है।

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नासा ने जिस इनसाइट से ये आवाजें कैद हुई हैं वो एक-एक अति संवेदनशील सीस्मोमीटर से लैस था जिसे सीस्मिक एक्सपेरिमेंट फॉर इंटीरियर स्ट्रक्चर (SEIS) कहा जाता है। इस मशीन के जरीए सबसे छोटी हलचल या कंपन को भी रिकॉर्ड किया जा सकता है।

आपको बता दें कि SEIS ने बीते साल नवंबर में मंगल ग्रह पर उतरने के बाद इस साल 23 अप्रैल से काम करना शुरू कर दिया था। SEIS उपकरण केंद्र नेशनल डी’एट्यूड स्पैटियल (CNES), फ्रांसीसी अंतरिक्ष एजेंसी की ओर से प्रदान किया गया था।

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