म्यांमार में तख्तापलट के साथ ही खूनी संघर्ष शुरू, पूर्व नेता के काफिले पर हमले में 12 की मौत
दूसरी बार म्यांमार में इंटरनेट पर प्रतिबंध
दुनियाभर में इंटरनेट सेवाओं पाबंदियों पर नजर रखने वाली कंपनी ‘नेटब्लॉक’ ने बताया कि शनिवार दोपहर से म्यांमार में इंटरनेट सेवा पूरी तरह से बंद थी। सोशल मीडिया पर भी कड़ी निगरानी कर रही है। इससे पहले शुक्रवार को ट्विटर और इंस्ट्राग्राम के इस्तेमाल पर भी रोक लगा दी गई थी।‘नेटब्लॉक’ के अनुसार म्यांमार में इस सप्ताह दूसरी बार म्यांमार में इंटरनेट पर प्रतिबंध लगाया गया है।
सैन्य सरकार की तरफ से जारी किए एक बयान में कहा गया कि कुछ लोग फर्जी खबरें फैला रहे हैं। जिसकी वजह से इंटरनेट पर पांबदी लगाई गई है। हालांकि वहां के लोगों का कहना है कि इंटरनेट पर पांबदी तख्तापलट के बढ़ते विरोध को रोकने के लिए किया जा रहा है।
लोग कर रहे आंग सान सू की की रिहाई की मांग मिली जानकारी के मुताबिक म्यांमार के सबसे बड़े शहर यंगून में सैन्य तख्तापलट के खिलाफ रविवार को ज़ोरदार प्रदर्शन किया गया। इस प्रदर्शन में कई हजार लोग शामिल थे। ये सभी देश की शीर्ष नेता आंग सान सू की की रिहाई की मांग कर रहे हैं।