ये अश्वेत व्यक्ति नाम मायरोन बेरीमैन है। उसने हलफलामा दायर कर कहा है कि 10 अगस्त को जेब से काली कंघी गिरी थी, इसके बाद बंदूक समझकर उन पर गोली चलाई गई हैै। जिसमें से एक गोली उनके घुटने पर लग गई। वही सीक्रेट सर्विस का कहना था कि बेरीमैन मनोरोग से उभर रहे हैं। बेरीमैन शारीरिक रूप से अदालत में पेश नहीं हुए।
अगर कोर्ट उसे दोषी ठहराती है तो, 51 वर्षीय को छह महीने की जेल या 1,000 डॉलर तक का जुर्माना या दोनों का सामना करना पड़ेगा। हालांकि, जैसा कि अमरीकी मीडिया आउटलेट्स ने बताया है, हलफनामे में दावा किया गया है कि निगरानी कैमरों ने खुलासा किया है कि बेरमन के हाथ से जो वस्तु गिरी थी, वह वास्तव में एक काली कंघी थी।
11 अगस्त को, सीक्रेट सर्विस ने ट्रंप की प्रेस ब्रीफिंग को बाधित कर दिया था और सुरक्षा ऐहतियात के तौर पर उन्हें इस क्षेत्र से बाहर निकाल दिया था। संक्षिप्त ठहराव के बाद, अधिकारियों ने पुष्टि की थी कि घटना के दौरान वाइट हाउस परिसर का उल्लंघन नहीं किया गया था और कोई भी गुप्त सेवा अधिकारी खतरे में नहीं थे। इससे पहले, इस मामले से परिचित दो अधिकारियों का हवाला देते हुए कहा था कि बेरीमैन व्हाइट हाउस के पास लोगों को मारने की धमकी दे रहे थे लेकिन जाहिर तौर पर निहत्थे थे।