इसरो चीफ डॉ.के.सिवन का कहना है कि NRC की पूरी जांच के बाद वह अपने ऑर्बिटर से मिले सभी डेटा और तस्वीरें आम जनता तक पहुंचाएंगे। कमेटी अब भी चंद्रयान-2 के विक्रम लैंडर की खराब लैंडिंग के आंकड़ों और तस्वीरों को जुटाकर जांच कर रही है। अमरीकी अंतरिक्ष एजेंसी NASA के लूनर रिकॉनसेंस ऑर्बिटर से मिले डेटा को भी सार्वजनिक किया जाएगा,लेकिन समय आने पर। NASA की तस्वीरें भी जारी होंगी।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक NRC यह पता कर रही है कि आखिरकार विक्रम लैंडर की खराब लैंडिंग कैसे हुई। इसके पीछे क्या कारण है? कहां और किस स्तर पर गड़बड़ी हुई। उसे अगले मिशन में कैसे ठीक किया जा सकता है? NRC जांच पूरी होने के बाद अपनी रिपोर्ट प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सौपेंगी।
इसके बाद ये सभी डेटा सार्वजनिक किए जाएंगे। यह कमेटी में अब तक विक्रम लैंडर और ऑर्बिटर से मिले डेटा और तस्वीरें देख चुकी है। इसकी रिपोर्ट कब तक आएगी यह बता पाना मुश्किल है। दरअसल इसरो ने 7 सितंबर को तड़के 1.50 बजे के आसपास विक्रम लैंडर को चांद के दक्षिणी ध्रुव पर लैंड कराया था। हालांकि उम्मीद के मुताबिक लैंडिंग नहीं हो सकी। और विक्रम से संपर्क टूट गया था।