जाकिर नाइक ने ‘दर्दनाक सजा मिलेगी’ लिखकर मैक्रों को धमकी दी है। दुनियाभर के तमाम इस्लामिक देशों में इमैनुएल मैक्रों का विरोध किया जा रहा है। हाल में इस्लाम को लेकर मैक्रों द्वारा दिए बयान की मुस्लिम देश आलोचना कर रहे हैं।
जाकिर नाइक के विवाद बोल, कहा- पैगंबर के खिलाफ बोलने वाले भारतीयों को जेल में डालें
बता दें कि इससे पहले पिछले सप्ताह ही जाकिर नाइक ने विवादित बयान देते हुए कहा था कि इस्लाम और पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ बोलने वाले गैर-मुस्लिम भारतीयों ( Non Muslim Indian ) को जेल में डाला जाना चाहिए। उसने कहा था कि तमाम मुस्लिम देश अपने यहां आने वाले गैर मुस्लिमों का एक रिकॉर्ड रखें और यदि कभी भी इस्लाम और पैगंबर के बारे में कुछ अपमान जनक बातें कही हो तो फौरन गिरफ्तार कर जेल में डाल देना चाहिए।
फेसबुक पोस्ट के जरिए मैक्रों के खिलाफ उगला जहर
बता दें कि जाकिर नाइक ने राष्ट्रपति मैक्रों का नाम लिए बिना ही एक फेसबुक पोस्ट लिखते हुए धमकी दी है। दुनियाभर के इस्लामिक देशों में मैक्रों का जबरदस्त विरोध किया जा रहा है। इस बीच हमेशा जहर उगलने वाले धर्म प्रचारक जाकिर नाइक ने मुस्लमानों को भड़काने वाला फेसबुक पोेस्ट लिखा है।
अपने भड़काऊ और विवादित पोस्ट में कहा कि अल्लाह के बंदे को गाली देने वालों को दर्दनाक सजा मिलेगी। जिस तरह से कई इस्लामिक देशों में मैक्रों का विरोध किया जा रहा है उस संदर्भ में जाकिर नाइक के बयान को देखा जा रहा है और मैक्रों के खिलाफ मुस्लिम देशों को लामबंद करने की एक षड़यंत्र माना जा रहा है।
इस्लामिक देश में मैक्रों का भारी विरोध
आपको बता दें कि बीते दिनों फ्रांस की राजधानी पेरिस में इतिहास के एक शिक्षक ने अभिव्यक्ति के मायने समझाने के लिए छात्रों को पैगंबर मोहम्मद का कार्टून दिखाया था। इसके बाद एक शख्स ने उस शिक्षक की गला काटकर बेरहमी से हत्या कर दी।
इस हत्याकांड की निंदा करते हुए राष्ट्रपति मैक्रों ने इसे इस्लामिक आतंकी हमला करार दिया था। इससे कुछ दिन पहले ही मैक्रों ने एक और बयान देते हुए कहा था कि इस्लाम पूरी दुनिया के लिए खतरा है। साथ ही यह भी कहा था कि जो लोग फ्रांस को डराकर रखना चाहते हैं अब वे लोग डर के साए में रहेंगे।
इसके आगे उन्होंने यह भी कहा था कि इस्लाम एक ऐसा धर्म है, जिससे सिर्फ फ्रांस ही नहीं, बल्कि आज पूरी दुनिया संकट में है। उन्हें डर है कि फ्रांस की करीब 60 लाख मुसलमानों की आबादी समाज की मुख्यधारा से अलग-थलग पड़ सकती है। इन्हीं बयानों को लेकर दुनियाभर के मुस्लिम देशों में फ्रांस का विरोध किया जा रहा है।