डाटा लीक होने के नहीं है साक्ष्य
इस बारे में संसद अधिकारियों की ओर से जारी किए बयान में कहा गया कि सुरक्षा प्रणाली से छेड़छाड़ की घटना के बाद कई तरह कदम उठाए जा रहें हैं, जिनसे सिस्टम को सुरक्षित बनाया जा सके। हालांकि जब अधिकारी से पूछा गया कि क्या हैक के कारण जानकारियां भी लीक हुईं हैं तो उन्होने इससे इनकार किया है। अधिकारी का कहना है कि शुरुआती जांच में ऐसे कोई सबूत नहीं मिले हैं जिससे कहा जा सकता है कि डाटा लीक हुआ है।
बदले गए सभी पासवर्ड
अपने बयान में उन्होंने कहा कि हमारे ऐसे कोई सबूत नहीं मिले है जिससे ये लगे कि ऐसा कि संसद की ऐसी जानकारियां लीक हुईं हैं और उस कारण कोई भी राजनीतिक गतिविधि पर लगाम लगाई जा सके। उन्होंने बताया कि ऐहतिहात के तौर पर संसद में मौजूद सभी सिस्टम के पासवर्ड को बदल दिया गया है।