भूकंप की तीव्रता कम थी, इसलिए किसी प्रकार का कोई नुकसान अभी तक नहीं हुआ है। भूकंप की गहराई धरती से करीब 10 किलोमीटर के नीचे थी। वहीं फिलीपींस के दक्षिणी प्रांत सुरिगाओ में तड़के भूकंप के तेज झटके लगे। फिलीपीन इंस्टीट्यूट ऑफ सीस्मोलॉजी एंड ज्वालामुखी (फिवोलक्स) के अनुसार इसका रिक्टर पैमाना 6.1 मापी था।
संस्थान के अनुसार सुबह करीब 6.13 पर मिंडानाओ द्वीप पर बयाबास शहर से करीब 66 किमी उत्तर-पूर्व में भूकंप के झटके महसूस हुए। भूकंप का केन्द्र 77 किमी की गहराई में मौजूद था।
संस्थान के अनुसार भूकंप सुरीगाओ शहर और मिज़ामिस ओरिएंटल प्रांत में गिंगोगोग सिटी में भी आया। उसका कहना है कि भूकंप के गहराई में होने के कारण नुकसान नहीं होगा। “रिंग ऑफ फायर” होने के कारण फिलीपींस में अकसर भूकंप के झटके महसूस किए जाते हैं।
वहीं उत्तराखंड में के टिहरी जिले में भी 3.4 मैग्नीट्यूड का भूकंप आया था। 13 अप्रैल को बागेश्वर जिले में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 3.6 थी। 10 अप्रैल की रात भी यहां भूकंप आया था। जिसकी तीव्रता 3.1 मापी गई थी। इससे पहले एक अप्रैल की रात बागेश्वर जिले के कई हिस्सों में भूकंप के झटके महसूस किए गए। इसकी तीव्रता 3.2 मापी गई थी। भूकंप का केंद्र नैनीताल था।