एस्ट्राजेनेका वैक्सीन के मुख्य खोजकर्ता का दावा, कोविशील्ड की दो डोज में 12 से 16 हफ्ते का अंतराल सही
वैध वीजा के साथ, आरटी-पीसीआर की नेगेटिव रिपोर्ट
दुबई में संकट और आपदा प्रबंधन की सर्वोच्च समिति, शेख मंसूर बिन मोहम्मद बिन राशिद अल मकतूम की अध्यक्षता में यह फैसला किया गया है। 23 जून से दक्षिण अफ्रीका, नाइजीरिया और भारत से आने वाले यात्रियों के लिए दुबई के यात्रा प्रोटोकॉल के अपडेट का ऐलान किया है। भारत से दुबई आने वाले यात्रियों को केवल वैध वीजा की आवश्यकता होगी। हालांकि, दक्षिण अफ्रीका और नाइजीरिया से अप्रवासी यात्रियों को भी टीकाकरण और पीसीआर परीक्षण शर्तों के अधीन यात्रा करने की अनुमति है। रिपोर्ट में कहा गया है कि यात्रा से 48 घंटे पहले लिए गए आरटी-पीसीआर टेस्ट में नेगेटिव रिपोर्ट की भी जरूरत होगी।
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इन चार टीकों को दी हैं मान्यता
कोरोना वायरस के डेल्टा वैरिएंट के सामने आने के बाद भारतीय यात्रियों के लिए फिर से प्रतिबंध लगा दिए गए थे। भारत से दुबई आने वाले यात्रियों वैध रिहायशी वीजा और संयुक्त अरब अमीरात द्वारा मान्य कोविड-19 टीके की दोनों डोज लेना जरूरी होगा। नए प्रोटोकॉल के अनुसार इन नियमों का पालन करने वाले यात्रियों को दुबई की यात्रा करने की अनुमति होगी। वर्तमान में सिनोफार्म, फाइजर-बायोएनटेक, स्पूतनिक वी और ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका वैक्सीन यूएई सरकार द्वारा अप्रूव्ड हैं।
दुबई पहुंचने बाद करना होगा पीसीआर टेस्ट
भारतीय यात्रियों को दुबई की उड़ान से 4 घंटे पहले रैपिड पीसीआर टेस्ट कराना होगा। दुबई पहुंचने पर वहां भी पीसीआर टेस्ट कराना होगा। इसके अलावा दुबई पहुंचने के बाद भारत से यात्रियों को तब तक क्वारंटाइन से गुजरना होगा जब तक कि उनका आरटी-पीसीआर टेस्ट रिजल्ट नहीं आ जाता है। इसका समय 24 घंटे का होता है। समिति ने नए नियमों के 23 जून से प्रभावी होने की घोषणा की है।