चीन का 100 फुट लंबा और 21 टन वजनी रॉकेट कुछ ही घंटों में न्यूजीलैंड के करीब गिरेगा, हो सकता है बड़ा नुकसान

अगले 10 से 12 घंटे में यह अनियंत्रित न्यूजीलैंड के आसपास कहीं गिर सकता है। यही नहीं यह रॉकेट जहां भी गिरेगा, तबाही मचा सकता है। चीन को इसकी पूरी जानकारी भी है, मगर उसकी ओर से अभी तक इस संबंध में कोई चेतावनी जारी नहीं की गई है।
 

नई दिल्ली।
दुनियाभर में कोरोना महामारी (Coronavirus) के बढ़ते संकट के बीच चीन का अनियंत्रित रॉकेट भी चिंता का सबब बना हुआ है। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो अगले 10 से 12 घंटे में यह अनियंत्रित न्यूजीलैंड के आसपास कहीं गिर सकता है। यही नहीं यह रॉकेट जहां भी गिरेगा, तबाही मचा सकता है। चीन को इसकी पूरी जानकारी भी है, मगर उसकी ओर से अभी तक इस संबंध में कोई चेतावनी जारी नहीं की गई है।
https://twitter.com/hashtag/LongMarch5B?src=hash&ref_src=twsrc%5Etfw
बता दें कि चीन का यह रॉकेट करीब सौ फुट लंबा और 21 टन वजनी है और इसे लांग मार्च 5-बी वाई-2 नाम से जाना जाता है। चीन का इस रॉकेट से नियंत्रण पूरी तरह खत्म हो गया है। यह रॉकेट जिस तेजी से पृथ्वी की ओर बढ़ रहा है, उससे माना जा रहा है कि यह न्यूजीलैंड के करीब कहीं समुद्र या धरती पर गिर सकता है। यदि यह धरती पर कहीं आबादी वाली जगह पर गिरता है, तो खतरा काफी बढ़ जाएगा और नुकसान की आशंका अधिक रहेगी।
https://twitter.com/hashtag/TheMoreYouKnow?src=hash&ref_src=twsrc%5Etfw
हालांकि, यह पहली बार नहीं है, जब चीन का अपने किसी रॉकेट से नियंत्रण खत्म हो गया है और यह अनियंत्रित होकर पृथ्वी पर गिर रहा है। इससे पहले, पिछले साल भी मई महीने में ही चीन का एक अनियंत्रित रॉकेट पश्चिमी अफ्रीका और अटलांटिक महासागर में गिरा था। तब इस रॉकेट ने पश्चिमी अफ्रीका के एक गांव को पूरी तरह बर्बाद कर दिया था। इस घटना में अच्छी खबर यह थी कि तब इस गांव में कोई रहता नहीं था, जिससे जनहानि नहीं हुई।
यह भी पढ़ें
-

पूर्व अमरीकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप मारुति-800 कार से आ रहे शिमला, हिमाचल पुलिस ने दर्ज किया केस

विशेषज्ञों की मानें तो लांग मार्च 5-बी वाई-2 नाम के इस रॉकेट की रफ्तार करीब चार मील प्रति सेकेंड हैं और इसके टुकड़े धरती पर कहीं भी गिर सकते हैं। इस रॉकेट को गत 29 अप्रैल को लॉन्च किया गया था। इस रॉकेट की मदद से चीन अंतरिक्ष में नया स्पेस स्टेशन बनाना चाहता था। यह धरती से करीब 170 किलोमीटर से 372 किलोमीटर की ऊंचाई पर घूम रहा था।
Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.