बिना पहियों की ‘फ्लोटिंग’ ट्रेन, स्पीड है 620 किमी प्रतिघंटा

चीन में प्रोटोटाइप शुरू: दावा है कि लंदन से पेरिस पहुंचा सकती है महज 47 मिनट में

बीजिंग. चीन में एक नई तरह की हाई-स्पीड ट्रेन के प्रोटोटाइम की शुरुआत की गई है। इसे ‘फ्लोटिंग ट्रेन’ भी कहा जा रहा है। यह मैग्लेव ट्रेन है यानी मैग्नेटिक लेविटेशन ट्रेन। इस ट्रेन में पहिए नहीं है बल्कि इस मैग्नेटिक लेविटेशन ट्रेन को उच्च-तापमान सुपरकंडक्टिंग (एचटीएस) तकनीक के साथ विकसित किया गया है, जो मैग्नेट का उपयोग करती है। ट्रेन हाई-स्पीड है, 620 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से चलने में सक्षम है। इस ट्रेन को दक्षिण-पश्चिम जियाओतोंग विश्व विद्यालय के वैज्ञानिकों ने तैयार किया है। 69 फुट के प्रोटोटाइप का चेंग्दू में अनावरण किया गया। इस समारोह में, ट्रेन को ट्रैक के साथ धीरे-धीरे तैरते देखा गया था। सुपरकंडक्टर तकनीक ट्रेन को दूसरी ट्रेनों की तुलना में अधिक हल्का बना सकती है।
दस साल का इंतजार
रिपोर्ट के मुताबिक चीन में एचटीएस प्रौद्योगिकी के विकास में फ्लोटिंग ट्रेन की शुरुआत शून्य से एक के रूप में की गई है। शोधकर्ता अगले तीन से 10 वर्षों में इसे पूरी तरह से चालू करने की उम्मीद कर रहे हैं।
खास योजना का हिस्सा है
न ई मैग्लेव ट्रेन अपने शहरों के बीच तेजी से लिंक बनाने की चीन की योजना का हिस्सा है। यह 620 किमी प्रति घंटे की गति से यात्रा करने के लिए डिजाइन की गई है, जो लंदन और पेरिस के बीच यात्रा के समय को केवल 47 मिनट में तय कर सकती है। शोधकर्ता उस गति को 800 किमी प्रति घंटे तक बढ़ाने का काम कर रहे हैं।
इसलिए फ्लोटिंग ट्रेन
जानकारी के मुताबिक,यह खास तकनीक इस ट्रेन ट्रैक के ऊपर ‘रेंगती’ है। ऐसा लगता है कि ट्रेन चुंबकित पटरियों पर फ्लोट कर रही है। इसके चलते ट्रेन में किसी तरह का घर्षण, तेज आवाज जैसी स्थिति पैदा नहीं होती।
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