Brazil: बोल्सोनारों ने चीन की वैक्सीन का बहिष्कार करने का किया ऐलान, कहा: नहीं होगी खरीदारी

Highlights

स्वास्थ्य मंत्री ने एक दिन पहले ही कहा था कि चीन (China) को भी वैक्सीन कार्यक्रम में शामिल किया जाएगा।
सिनोवैक वैक्सीन (Sinovac Vaccine) की 46 मिलियन खुराक खरीदने पर सहमति व्यक्त की थी।

<p>Jair Bolsonaro</p>
रियो। कोरोना वायरस की उत्पत्ति कहे जाने वाले देश चीन को बड़ा झटका ब्राजील (Brazil) ने दिया है। वह अब कोरोना वायरस (Coronavirus) की चीन में निर्मित वैक्सीन नहीं खरीदेगा।
ब्राजील के राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो (Jair Bolsonaro) ने घोषणा की है कि वे चीन की सिनोवेक कंपनी की कोरोनावेक वैक्सीन को नहीं खरीदेंगे। हालांकि उनके स्वास्थ्य मंत्री ने एक दिन पहले ही यह दावा किया था कि वे वैक्सीनेशन कार्यक्रम में अमरीका,ब्रिटेन और चीन को शामिल करेंगे।
Afghanistan: निमरोज प्रांत में सेना की चौकी पर आतंकी हमला, 20 जवान शहीद

राष्ट्रपति बोल्सोनारो ने सोशल मीडिया पर अपने एक समर्थक को जवाब देकर लिखा कि निश्चित रूप से हम चीनी वैक्सीन को नहीं खरीदेंगे। राष्ट्रपति के अनुसार इस मुद्दे के कारणों के बारे में बाद में स्पष्ट किया जाएगा।
हालांकि एक दिन पहले ही ब्राजील के स्वास्थ्य मंत्री एडुआर्डो पाचुएलो का कहना था कि राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम में शामिल करने के लिए मंत्रालय यह वैक्सीन खरीदेगा। इस पर बोल्सोनारो से लोगों ने चीन से वैक्सीन न खरीदने की अपील की। इस पर प्रतिक्रिया जताते हुए उन्होंने कहा कि यह निश्चित रूप सेहम चीनी वैक्सीन नहीं खरीदेंगे।’
बोल्सोनारों को हालांकि अंदुरुनी विरोध का सामना करना पड़ रहा है। चीनी वैक्सीन के पक्ष में सालो पोलो के गवर्नर जोओ डोरिया का कहना है कि उन्हें जनवरी में वैक्सीनेशन शुरू करने के लिए साल के अंत तक स्वास्थ्य नियामक की मंजूरी मिलने की उम्मीद है।
Pakistan में तख्तापलट की तैयारी! सेना और पुलिस के बीच हिंसा बढ़ा सकती है इमरान सरकार की मुश्किल

डोरिया ने स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार संघीय सरकार से सिनोवैक वैक्सीन की 46 मिलियन खुराक खरीदने पर सहमति व्यक्त की है। उनके अनुसार इतने बड़े देश के वैक्सीनेशन प्रोग्राम में सिनोवेक की वैक्सीन को शामिल करने से हमें महामारी पर काबू पाने में बड़ी सफलता मिल सकती है।
वहीं साओ पाउलो बायोमेडिकल रिसर्च सेंटर और ब्यूटानन इंस्टीट्यूट फिलहाल सिनोवैक वैक्सीन का ट्रायल कर रहे हैं। डोरिया के अनुसार उन्हें जनवरी में लोगों को टीकाकरण शुरू करने के लिए साल के अंत तक विनियामक अनुमोदन की उम्मीद है।
Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.