वाशिंगटन। अमरीका ( America ) में सत्ता परिवर्तन होने के बाद भी चीन के साथ तनाव बरकरार है। कोरोना महामारी ( Corona Epidemic ) व आर्थिक संकट समेत कई अन्य वैश्विक मुद्दों पर अमरका-चीन में टकराव ( America China Tension ) की स्थिति बनी है और अब यह टकराव और भी गहराता जा रहा है।
दूसरी तरफ वास्तिव नियंत्रण रेखा ( LAC ) पर भारत और चीन के बीच तनाव का माहौल है। चीन भारतीय सीमा के करीब अवैध तरीके से निर्माण कार्य कर रहा है। वहीं भारतीय सीमा में घुसपैठ को लेकर लागातार नापाक कोशिश में भी जुटा है।
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इन सबके बीच अमरीका ने चीन को एक बार फिर से कड़ी फटकार लगाई है। अमरीका ने लद्दाख ( Ladakh ) में भारतीय सीमा के करीब चीन के अवैध निर्माण कार्य को लेकर चिंता जाहिर की है। अमरीका के एक प्रभावशाली सांसद ने कहा है कि अमरीका भारत के साथ खड़ा था, है और रहेगा। यदि चीन या कोई देश सीमा पर किसी तरह के बदलाव की कोशिश करता है, जो कि क्षेत्र की शांति और स्थिरता के लिए चुनौती हो, तो अमरीका उसका पुरजोर विरोध करेगा।
अमरीका के डेमोक्रेटिक पार्टी से कांग्रेस के सदस्य राजा कृष्णमूर्ति ने मंगलवार को एक बड़ा बयान देते हुए कहा कि LAC के करीब चीनी सेना की ओर से किए जा रहे निर्माण कार्य को लेकर जानकारी मिली है और इससे मैं काफी चिंतित हूं। बता दें कि इस साल मई से पूर्वी लद्दाख में LAC पर भारत-चीन के बीच गतिरोध जारी है।
भारत के साथ खड़ा रहेगा अमरीका
भारतीय अमरीकी सांसद राजा कृष्णमूर्ति ने कहा कि यदि यह रिपोर्ट सच है तो चीन के सैन्य उकसावे की वजह से क्षेत्र में तनाव बढ़ता ही रहेगा। उन्होंने कहा कि हिंद प्रशांत क्षेत्र में अपने भारतीय सहयोगी के साथ अमरीका हमेशा खड़ा रहेगा और यदि चीन ने सीमा पर किसी तरह से बदलाव करने की कोशिश की तो उसका विरोध करेगा।
राजा कृष्णमूर्ति ने उपग्रह से ली गई तस्वीरों के आधार पर बयान देते हुए कहा कि इस तरह की तस्वीरों से साफ पता चल रहा है कि चीन पूर्वी लद्दाख में निर्माण कार्य कर रहा है। बता दें कि इससे पहले इसी साल जुलाई में अमरीकी प्रतिनिधि सभा ने अपना वार्षिक ‘नेशनल डिफेंस ऑथोराइजेशन’ अधिनियम पारित किया था। जिसमें LAC पर चीन की आक्रमकता को खत्म करने की मांग की गई थी। इस अधिनियम में कृष्णामूर्ति की ओर से दिए गए द्विदलीय संशोधन को भी शामिल किया गया था।