ब्रिटिश वैज्ञानिक का दावा- ‘कोल्ड ड्रिंक की एक कैन में फिट हो सकते हैं दुनियाभर में मौजूद सभी कोरोना वायरस’

सभी कोरोना वायरस एक कोक की कैन के भीतर फिट हो सकते है
ब्रिटिश गणितज्ञ किट येट्स ने इस बात का खुलासा किया है
येट्स के अनुसार दुनियाभर के सभी वायरस एक कोला की कैन के आसानी से फिट हो सकते हैं

<p>all the world&#8217;s coronavirus would fit in a can of cola</p>
नई दिल्ली। दुनियाभर में कोरोना वायरस ने कोहराम मचा रखा है। WHO के ताजे आंकड़ों के मुताबिक अब तक दुनिया भर में 106 मिलियन से अधिक लोग कोरोना संक्रमित हो चुके हैं। वहीं इनमें से 2.3 मिलियन से अधिक लोगों की इस महामारी की वजह से मौत हो चुकी है। लेकिन हैरानी की बात ये है कि इतनी बड़ी जनसंख्या को बीमार करने वाला यह घातक वायरस खुद काफी छोटा है।
एक रिपोर्ट की मानें तो इसके वायरस के छोटे होने का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि दुनियाभर में फैले कोरोना वायरस के कणों को यदि एक जगह पर एकत्रित कर दिया जाए तो यह एक कोक के छोटे से कैन में समाहित हो जाएंगे। यह इतना सूक्ष्म है कि दुनियाभर में फैले सार्स-को-2 के सारे कण को अगर इकट्ठा किया जाए, तो यह एक साथ कोक की एक कैन में फिट हो सकते हैं।
वैज्ञानिकों को मिली बड़ी कामयाबी, पता चल गया कौन लोग अधिक तेजी से क्यों फैलाते हैं कोरोना वायरस?

गणितज्ञ डॉक्टर किट येट्स ने किया है खुलासा 

डेली मेल की एक रिपोर्ट में बताया गया है कि यह दिलचस्प खुलासा ब्रिटिश के एक गणितज्ञ डॉक्टर किट येट्स ने किया है। किट येट्स बाथ यूनिवर्सिटी में गणित के लेक्चरर हैं। उनके मुताबिक वायरस अपने आप में छोटा है, केवल 100 नैनोमीटर, या एक मीटर के 100 अरबवें हिस्से को मापता है और यह मानव बाल की तुलना में 1,000 गुना पतला है।किट येट्स द्वारा किए गए कैलकुलेशन की मानें तो यदि प्रत्येक कोरोना वायरस को ढेर करके तरल कर दिया जाए, तो यह सिर्फ 160ml के बराबर होगा। इसका मतलब यह हुआ कि इसे कोक की एक कैन में रखा जा सकता है।

d41586-020-00502-w_18803054.jpg
लिख चुके हैं किताब

गौरतलब है कि डॉक्टर येट्स ने एक किताब भी लिखी है। ‘द मैथ्स ऑफ लाइफ एंड डेथ’ नाम की यह किताब असामान्य सवालों के लिए लगभग गणितीय समीकरणों पर केंद्रित है। इस किताब में उन्होंने कोरोना को गणितीय समीकरणों के आधार पर समझाने की कोशिश की है।
अपनी किताब में येट्स ने बताया है कि सार्स-को-2 वायरस काफी गोलाकार है और इसका व्यास 80 से 120nm के बीच में है। इसके साथ ही उन्होंने ये भी बताया है कि जब किसी भी समय एक व्यक्ति की प्रणाली में सबसे अधिक वायरस होते हैं, तो उसके कण 100,000,000,000 तक होते हैं।
भारत से Corona Vaccine पाकर भावुक हुए इस देश के प्रधानमंत्री, खुद ही विमान से उतारने लगे टीके

येट्स के मुताबिक व्यक्ति के संक्रमित होने के छह दिन यह स्थिति सामने आती है। इस दौरान वायरस चोटी के दोनों ओर ढलान के साथ एक पारंपरिक बेल वक्र बनाता है, जिसमें एक तरफ से दूसरी तरफ थोड़ा उथला होता है ।
book_maths.jpg
सिंगल कोरोना वायरस कण की कुल मात्रा 523,000 क्यूबिक एनएम है

वहीं स्टैटिस्टिकल एंड एपिडेमियोलोजिकल मॉडलिंग का उपयोग करते हुए, द इंस्टीट्यूट फॉर हेल्थ मेट्रिक्स एंड इवैल्यूएशन ने अनुमान लगाया है कि प्रत्येक दिन संक्रमित लोगों की सही संख्या 3 मिलियन से अधिक है। 100nm व्यास (50nm त्रिज्या) के आधार पर, एक सिंगल कोरोना वायरस कण की कुल मात्रा 523,000 क्यूबिक एनएम है। इस समय पृथ्वी पर मौजूद सभी दो क्विंटल कणों के लिए, यह 120ml की कुल मात्रा के बराबर है।
Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.