मौसम विभाग के मुताबिक आने वाले 5 दिनों के दौरान पश्चिम और मध्य भारत और इसके आसपास के पूर्वी भारत में भारी वर्षा होने की संभावना व्यक्त की है। लंबे समय बाद एक बार फिर होने जा रही नवजोत सिंह सिद्धू की एंट्री, जानें कैसा होगा नया अवतार
इन राज्यों में बारिश के आसार
आईएमडी के मुताबिक मानसून का असर आने वाले दिनों में मध्य भारत और इसके आस-पास वाले पूर्वी इलाकों में ज्यादा देखने को मिलेगा। इस दौरान महाराष्ट्र, कोंकण, गोवा, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, गुजरात, बिहार समेत कई राज्यों में जोरदार बारिश का अनुमान है।
आईएमडी के मुताबिक मानसून का असर आने वाले दिनों में मध्य भारत और इसके आस-पास वाले पूर्वी इलाकों में ज्यादा देखने को मिलेगा। इस दौरान महाराष्ट्र, कोंकण, गोवा, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, गुजरात, बिहार समेत कई राज्यों में जोरदार बारिश का अनुमान है।
पांच जुलाई को गुजरात के कई जिलों में भारी बारिश की संभावना है। इतना ही गुजरात और आस-पास के इलाकों में रविवार को अच्छी बारिश होने के आसार बने हुए हैं। मौसम विभाग के मुताबिक गुजरात क्षेत्र में अलग-अलग स्थानों पर अत्यधिक भारी वर्षा होने की संभावना है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक पश्चिम तट के साथ अरब सागर से तेज व नमीयुक्त दक्षिण / दक्षिण-पश्चिम हवाओं के उच्च अभिसरण और दक्षिण गुजरात एवं आस-पास के क्षेत्र के निचले क्षोभमंडल में चक्रवाती परिसंचरण के कारण अगले 5 दिनों के तक देश के मध्य इलाकों में अच्छी बारिश के संकेत हैं।
मौसम विभाग की मानें तो कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र और तटीय कर्नाटक में लगभग सभी स्थानों पर भारी से भारी वर्षा हो सकती है। यहां अलग-अलग इलाकों में व्यापक बारिश के आसार बन रहे हैं।
मौसम विभाग की मानें तो कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र और तटीय कर्नाटक में लगभग सभी स्थानों पर भारी से भारी वर्षा हो सकती है। यहां अलग-अलग इलाकों में व्यापक बारिश के आसार बन रहे हैं।
चल सकती है तेज हवाएं और आंधी
मौसम की जानकारी देने वाली निजी संस्था स्काइमेट के मुताबिक एक चक्रवाती परिसंचरण पूर्वी उत्तर प्रदेश और उसके आस-पास के इलाकों में बन रहा है। इसके चलते इन इलाकों मे तेज हवाओं के साथ आंधी भी चलने की संभावना है। पूर्वी उत्तर प्रदेश से पूर्वी विदर्भ तक तेज हवाएं मुश्किल बढ़ा सकती हैं।
हवाओं के बदलते रुख के चलते अगले 5 दिनों के दौरान मध्य और आसपास के पूर्वी भारत में लगभग सभी स्थानों पर व्यापक रूप से वर्षा होने और गरज के साथ बौछार पड़ने और अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है।
मौसम की जानकारी देने वाली निजी संस्था स्काइमेट के मुताबिक एक चक्रवाती परिसंचरण पूर्वी उत्तर प्रदेश और उसके आस-पास के इलाकों में बन रहा है। इसके चलते इन इलाकों मे तेज हवाओं के साथ आंधी भी चलने की संभावना है। पूर्वी उत्तर प्रदेश से पूर्वी विदर्भ तक तेज हवाएं मुश्किल बढ़ा सकती हैं।
हवाओं के बदलते रुख के चलते अगले 5 दिनों के दौरान मध्य और आसपास के पूर्वी भारत में लगभग सभी स्थानों पर व्यापक रूप से वर्षा होने और गरज के साथ बौछार पड़ने और अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है।