वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये मुख्यमंत्री ( CM Naveen Patnaik ) ने प्रदेशवासियों को संबोधित करते हुए कहा, “लॉकडाउन में ढील का मतलब यह नहीं है कि कोरोना वायरस ( coronavirus ) का कोई खतरा नहीं है। यह गलती मत करो। जैसा कि मैंने पहले कहा था कि जून का महीना हम सभी के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।”
PPE Kits पहनने वाले स्वास्थ्यकर्मियों को लेकर केंद्र सरकार ने दी बड़ी जानकारी उन्होंने आगे कहा, “राज्य के बाहर से लगभग 5 लाख लोगों के घर लौटने और मानसून ( monsoon ) के आगमन के कारण 25 दिन हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं। इस दौरान सर्दी, खांसी और फ्लू से प्रभावित होने की संभावना बढ़ जाती है, इसलिए हमें अतिरिक्त सतर्क रहने की जरूरत है।”
पटनायक ने कहा कि बीमारी का प्रसार इस बात पर निर्भर करेगा कि लोग इस महीने में COVID-19 से संबंधित दिशा-निर्देशों का कितनी कुशलता और गंभीरता से पालन करते हैं। मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि राज्य सरकार ने जून के महीने में घर से बाहर निकलने वाले लोगों की संख्या कम करने के लिए 11 जिलों में सप्ताहांत ( Weekend ) को बंद करने की घोषणा की है। इसका मतलब है कि लोगों को कोरोना वायरस से बचाने के लिए जून के महीने में 8 दिनों के लिए अपने घरों के भीतर होंगे।”
उन्होंने कंपलीट शटडाउन के बारे में बताते हुए कहा, “इसी तरह शाम 7 बजे से सुबह 5 बजे तक लोगों को 10 घंटे का कर्फ्यू एक महीने में 300 घंटे के लिए घरों के भीतर रोक देगा। इसका मतलब है कि लॉकडाउन और नाइट कर्फ्यू दोनों मिलाकर महीने में 17 दिनों के लिए लोगों को घरों के अंदर प्रतिबंधित कर देंगे, जिससे काफी तेजी फैल चुके COVID-19 की जांच करने में मदद मिलेगी।”
Unlock 1.0 में मंदिर-मस्जिद जैसे धार्मिक स्थलों को खोलने पर गृह मंत्रालय सख्त, जारी की कड़ी गाइडलाइंस राज्य सरकार ने पहले जून के महीने में गंजम, पुरी, नयागढ़, खोरदा, कटक, जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा, जाजपुर, भद्रक, बालासोर और बलांगीर जिलों में Weekend Shutdown ( सप्ताहांत में बंदी) लागू की थी। इस दौरान केवल आपातकालीन और सार्वजनिक सेवाओं को ही छूट दी गई थी।
कोरोना वायरस के प्रकोप के मद्देनजर प्रदेश के सभी स्कूल, कॉलेज, शैक्षणिक संस्थान, प्रशिक्षण संस्थान/कोचिंग सेंटर 31 जुलाई तक बंद रहेंगे।