कार में आग लगने का कारण – कार में आग लगने का सबसे महत्वपूर्ण कारण होता है शार्ट सर्किट। अकसर कार खराब होने के बाद हम उसे सही करने के लिए किसी अनट्रेंड मैकेनिक को सौंप देते हैं। जिसे वह कार को सही तो कर देता है लेकिन वायरिंग को कई बार खुले छोड़ देता है। जिस वजह से आग लगने जैसी घटनाएं हो जाती है।
– कुछ लोग कार को सस्ते में चलाने के लिए उसमें सीएनजी या फिर एलपीजी लगाकर इस्तेमाल कर देते हैं जिससे कार में आग लगने का खतरा कई गुना बढ़ जाता है। -कुछ लोगों की आदत होती है कार को ड्राइव करते समय सिगरेट पीने की। एक हाथ से ड्राइव करते हैं और दूसरे हाथ से सिगरेट पीते हैं और उसी हाथ से स्टीयरिंग भी संभालते हैं। इस अनजान गलती से आग लगने के चांस बढ़ जाते हैं।
कैसे बचाएं कार में आग लगने से.. – ध्यान रखें कि कार को कभी तेज धूप में ज्यादा देर तक ना खड़े रखें। – यदि आप चलती कार में बैठे हैं और अचानक से आपको किसी अजीब गंद, धुआं या फिर गैस की महक आती है तो तत्काल कार का इंजन बंद कर दें और खिड़की को खोलते हुए कार से बाहर आ जाए।
– कार में आग लगने के बाद कार में मौजूद लोग कार्बन मोनोऑक्साइड गैस का शिकार हो सकते हैं, ये गैस बहुत ही खतरना होती है। कार में अगर आग लगी है तो भूलकर भी बोनट ना खोलें, इससे आग भड़क भी सकती है और हादसा हो सकता है।
कार में आग लग जाए तो पैनिक न करें। हालांकि यह कहना आसान है और करना मुश्किल लेकिन थोड़ी सी सूझबूझ किसी बड़ी दुर्घटना से बचा सकती है। कार में कहीं से धुआं या लपटें निकलती नजर आएं तो तुरंत सड़के के किनारे कार रोक लें और उससे दूर चले जाएं।