इस बीच जो बड़ी खबर आ रही है वो ये कि मोदी सरकार कोरोनावायरस से मुकाबले के बीच 1.5 लाख करोड़ रुपये के आर्थिक प्रोत्साहन पैकेज की घोषणा कर सकती है। देशभर में तीन हफ्ते के लॉकडाउन की घोषणा के बीच पीएम मोदी एक बार फिर बड़े ऐलान की तैयारी में हैं। दरअसल कोरोना के कहर के बीच भारत सरकार ने अब तक पैकेज को अंतिम रूप नहीं दिया है। उनके मुताबिक इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री मोदी, वित्त मंत्रालय और रिजर्व बैंक के बीच चर्चा चल रही है।
प्रोत्साहन पैकेज का आकार 2.3 लाख करोड़ तक का हो सकता है। हालांकि, इसको लेकर अब भी चर्चा चल रही है। वहीं डेढ़ लाख करोड़ के पैकेज का फायदा देश के 10 करोड़ लोगों को मिल सकता है।
इस पैकेज की घोषणा इस सप्ताह के आखिर में की जा सकती है। इस पैकेज के तहत देश के 10 करोड़ गरीब लोगों के खाते में सीधे रुपये ट्रांसफर किए जा सकते हैं। इसके अलावा लॉकडाउन से प्रभावित बिजनेसेज की सहायता का ऐलान भी किया जा सकता है।
उधर…विपक्ष लगातार पीएम मोदी से आर्थिक पैकेज को लेकर दबाव बना रहा है। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी केंद्र सरकार से गरीबों के लिए आर्थिक पैकेज के घोषणा की बात कही है।
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने 21 दिनों के बंद का समर्थन करते हुए गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आग्रह किया कि ‘न्यूनतम आय गारंटी योजना’ (न्याय) लागू करके आजीविका के संकट का सामना कर रहे मजदूरों एवं गरीबों के खातों में आर्थिक मदद भेजी जाए और किसानों एवं छोटे कारोबारियों को राहत देने के लिए कदम उठाए जाएं।
प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर सोनिया ने यह भी कहा कि उनकी पार्टी कोरोना वायरस के कारण पैदा हुए इस संकट से निपटने के लिए पूरी तरह से सरकार के साथ खड़ी है। उन्होंने कहा, ‘कोरोना वायरस की महामारी ने लाखों लोगों का जीवन खतरे में डाल दिया है तथा पूरे देश में खासकर समाज के सबसे कमजोर वर्ग के लोगों की आजीविका एवं रोजमर्रा के जीवन पर प्रतिकूल प्रभाव डाला है।
कोरोना महामारी को रोकने व हराने के संघर्ष में पूरा देश संगठित होकर एक साथ खड़ा है।’