एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने रविवार को कहा कि कुछ लोगों को ऐसा लगता है कि मंदिर बनेगा, उसी दिन कोरोना (Coronavirus) जाएगा। शायद इसीलिए यह कार्यक्रम रखा गया होगा। पवार ने कहा कि हमारे लिए फिलहाल कोरोना वायरस सबसे अधिक महत्वपूर्ण है।
बता दें कि ऐसी जानकारी सामने आ रही है कि अगस्त के पहले हफ्ते में अयोध्या में राम मंदिर का भूमि पूजन हो सकता है। आयोजकों की ओर से इस कार्यक्रम के लिए संभवत: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी आमंत्रण भेजा गया है। इसमें प्रधानमंत्री कार्यालय की सहमति मिलने का इंतजार किया जा रहा है।
एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा कि कब कौन सी बात को महत्व देना है, इस पर सबको हमेशा विचार करना चाहिए। हमारे लिए प्राथमिकता यह है कोरोना से संक्रमित लोगों को कैसे ठीक करना है। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों को ऐसा लगता है कि मंदिर बनेगा, तभी कोरोना जाएगा, इसलिए शायद उन्होंने यह कार्यक्रम रखा होगा। पवार ने कहा, वैसे इसके बारे में मुझे मालूम नहीं है। हमारे लिए फिलहाल कोरोना वायरस ज्यादा महत्वपूर्ण है।
एनसीपी प्रमुख ने कहा, कोरोना वायरस की वजह से लॉकडाउन जैसी चीजें हुई हैं। कोरोना के कारण जो आर्थिक संकट पैदा हुआ, जो व्यवसाय प्रभावित हुए हैं, हमें उसकी चिंता है। मेरा आग्रह है कि राज्य और केंद्र सरकार इस बारे में अधिक ध्यान दें।
उल्लेखनीय है कि गत शनिवार को श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ ट्रस्ट ने अयोध्या में राम मंदिर की आधारशिला रखने के लिए अगस्त में दो तारीखों का सुझाव दिया था। इसके बाद ही एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने यह टिप्पणी की है। ट्रस्ट की ओर से संभवत: 3 या 5 अगस्त को होने वाले इस आयोजन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को शिलान्यास के लिए आमंत्रित किया है। इसमें पीएमओ की सहमति का इंतजार किया जा रहा है।