मजदूर की बेटी ने किया टॉप ये कहानी है पायल कुमारी ( Payal kumari ) की। जानकारी के मुताबिक, पायल कुमारी का परिवार मूलरूप से बिहार (Bihar) के शेखपुरा ( Sheikhpura ) जिले का रहने वाला है। पायल के पिता प्रमोद कुमार ( Pramod Kumar ) तकरीबन 19 साल पहले अपने परिवार के साथ केरल (Kerala) आ गए थे। जिस वक्त प्रमोद कुमार केरल आए थे, उस वक्त पायल की उम्र महज चार साल थी। पायल के पिता मजदूरी करके परिवार का गुजर-बसर करते हैं। लेकिन, पायल की रुचि पढ़ने में है। पायल केरल स्थित महात्मा गांधी यूनिवर्सिटी (Mahatma Gandhi University ) से बीए आर्कियलॉजी ( BA Archaeology ) की पढ़ाई कर रही हैं। जब परीक्षा का समय आया तो उसके पास फीस भरने के लिए पैसे नहीं थे, पिता भी पैसे जुटाने में असमर्थ थे। लेकिन, टीचरों ने पायल की मदद की और तीन हजार रुपए का फीस जमा कराया। बताया जा रहा है कि कोच्चि ( Kochi) के करीब पेरुंबावूर स्थित मारथोमा महिला कॉलेज की छात्रा पायल ने परीक्षा में 85 प्रतिशत अंक हासिल कर यूनिवर्सिटी में टॉप किया है।
CM ने फोन पर दी बधाई पायल ने बताया कि उसके हिस्ट्री की टीचर ने काफी मदद की है। उसके फीस भी जमा कराए। पायल ने कहा कि एग्जाम अच्छा गया था, लेकिन टॉप करूंगी इसकी उम्मीद नहीं थी। आलम ये है कि पूरे राज्य में इस मजदूर की बेटी की चर्चा हो रही है। यह खबर जब सूबे के मुखिया के पास पहुंची तो तो सीएम पिनराई विजयन (Pinarayi Vijayan) ने खुद पायल (Payal) को फोन किया और बधाई दी। उन्होंने कहा कि पायल ने जो कामयाबी हासिल की है वह गर्व और खुशी की बात है। उन्होंने पालय के अच्छी भविष्य कामना की है। इधर, पायल का कहना है कि वह दिल्ली स्थिति जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) से मास्टर की पढ़ाई करना चाहती है और आगे चलकर सिविल सर्विसेज ( Civil Services ) में किस्मत आजमाना चाहती हैं। वहीं, पायल की इस कायमाबी पर परिवार वाले भी खुश हैं और पायल के पिता प्रमोद कुमार अपनी बेटी पर काफी गर्व महसूस कर रहे हैं।