ये भी पढ़ें: कठुआ गैंगरेप: बचाव पक्ष का बड़ा आरोप, दस्तावेजों के अनुवाद में हुई छेड़छाड़ चरस के ओवरडोज से बच्ची थी कोमा में
मामले की जांच कर रही जम्मू कश्मीर पुलिस की क्राइम ब्रांच को भी ये लगा था कि अपहरणकर्ताओं ने बच्ची को मन्नार कैंडी और एपिट्रिल 0.5 एमजी की गोलियां दी थीं। मन्नार कैंडी को स्थानीय लोग गांजा मानते हैं। इसके लिए इसी महीने की शुरुआत में बच्ची के विसरा को फरेंसिक लैब में भेजा गया था। हाल ही में अपराध शाखा को मिली मेडिकल राय के तहत डॉक्टरों ने कहा है कि आठ साल की लड़की को दी गई गोलियों से संभवत: वह सदमे की स्थिति में या कोमा में चली गई।
मामले की जांच कर रही जम्मू कश्मीर पुलिस की क्राइम ब्रांच को भी ये लगा था कि अपहरणकर्ताओं ने बच्ची को मन्नार कैंडी और एपिट्रिल 0.5 एमजी की गोलियां दी थीं। मन्नार कैंडी को स्थानीय लोग गांजा मानते हैं। इसके लिए इसी महीने की शुरुआत में बच्ची के विसरा को फरेंसिक लैब में भेजा गया था। हाल ही में अपराध शाखा को मिली मेडिकल राय के तहत डॉक्टरों ने कहा है कि आठ साल की लड़की को दी गई गोलियों से संभवत: वह सदमे की स्थिति में या कोमा में चली गई।
अगले हफ्ते पठानकोट अदालत में पेश होगी रिपोर्ट
यह रिपोर्ट अगले हफ्ते पंजाब के पठानकोट की जिला व सत्र अदालत को सौंपी जाएगी, जो इस मामले की सुनवाई कर रही है। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर इस मामले की सुनवाई को कठुआ से पठानकोट स्थानांतरित किया गया था।
यह रिपोर्ट अगले हफ्ते पंजाब के पठानकोट की जिला व सत्र अदालत को सौंपी जाएगी, जो इस मामले की सुनवाई कर रही है। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर इस मामले की सुनवाई को कठुआ से पठानकोट स्थानांतरित किया गया था।
ये भी पढ़ें: क्या कठुआ घटना से पड़ी भाजपा-पीडीपी गठबंधन में दरार? आरोपियों के समर्थकों ने सोशल मीडिया पर खड़े किए थे सवाल जम्मू-कश्मीर पुलिस की क्राइम ब्रांच टीम ने बच्ची के विसरा की मेडिकल जांच कराने का फैसला इसलिए किया था क्योंकि जब अदालत में आरोपियों और उनके वकीलों ने तथा सोशल मीडिया पर उनके समर्थकों ने दावा किया कि यह असंभव है कि लड़की पर हमला हो रहा हो और वह चिल्लाई न हो। विसरा का परीक्षण करने के बाद डॉक्टरों ने कहा कि लड़की को जो दवा दी गई थी उसमें क्लोनाजेपाम सॉल्ट था और उसे मरीज के उम्र और वजन को ध्यान में रखकर चिकित्सकीय निगरानी में ही दिया जाता है।
क्या है पूरा मामला?
आपको बता दें कि जम्मू-कश्मीर के कठुआ में आठ साल की एक बच्ची के साथ जनवरी 2018 में रेप किया गया था। 10 जनवरी 2018 को बच्ची को पहले मुख्य आरोपी सांजी राम के भतीजे ने कथित रूप से अगवा कर लिया था और 14 जनवरी को बच्ची हत्या कर दी गई। उसका शव 17 जनवरी को मिला था। बच्ची के साथ रेप की वारदात को भी अंजाम दिया गया था।
आपको बता दें कि जम्मू-कश्मीर के कठुआ में आठ साल की एक बच्ची के साथ जनवरी 2018 में रेप किया गया था। 10 जनवरी 2018 को बच्ची को पहले मुख्य आरोपी सांजी राम के भतीजे ने कथित रूप से अगवा कर लिया था और 14 जनवरी को बच्ची हत्या कर दी गई। उसका शव 17 जनवरी को मिला था। बच्ची के साथ रेप की वारदात को भी अंजाम दिया गया था।