चिकित्सकों ने बांटे अनुभव, वैक्सीन को बताया सुरक्षित
मिली जानकारी के अनुसार निर्मल जिले के स्वास्थ्यकर्मी का 19 जनवरी को सुबह लगभग 11.30 बजे कोरोना वैक्सीन लगाया गया था। टीकाकरण के बाद वे बिल्कुल ठीक था लेकिन अगले दिन यानी 20 जनवरी को सुबह 2.30 बजे उसके छाती में दर्द होने लगा। इसके बाद घरवाले सुबह 5.30 बजे उसे जिला अस्पताल ले गए लेकिन यहां पहुंचने से पहले ही उसने दम तोड़ दिया था। स्वास्थ्यकर्मी की मौत के बाद जिले की एईएफआई कमेटी मामले की जांच कर रही है। जांच के बाद रिपोर्ट एईएफआई कमेटी से होते हुए केंद्र के पास जाएगी।
इससे पहले कर्नाटक के बल्लारी जिले में कोरोना वैक्सीन लगने के बाद एक 43 वर्षीय व्यक्ति की मौत हो गई थी।स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार शनिवार को वैक्सीन लगी और सोमवार को मौत हुई। हालांकि इसकी भी वैक्सीन से मौत होने की बात की पुष्टि नहीं की है। इस शख्स को भी वैक्सीन लगने के बाद छाती में दर्द हुआ था।बता दें 16 जनवरी से टीकाकरण अभियान की शुरुआत हुई थी और अब तक 6,31,417 स्वास्थ्य कर्मचारियों का टीकाकरण का वैक्सीनेशन किया जा चुका है।और 1 हजार लोगों में इसके साइड इफेक्ट देखने को मिले हैं।