India China Face Off: अब NSA संभालेंगे मोर्चा, Ajit Doval के प्लान से Dragon होगा शांत?

India China Face Off: NSA अजीत डोभाल सुलझाएंगे विवाद!
मोदी सरकार ( Modi Governmnet ) NSA को जल्द दे सकती है बड़ी जिम्मेदारी
‘Ladakh सीमा विवाद पर डोभाल की पहले से नजर’

<p>चीन से विवाद सुलझाने को लेकर डोभाल को मिल सकती है बड़ी जिम्मेदारी।</p>
नई दिल्ली। भारत-चीन ( India-China Tension ) के बीच लगातार विवाद बढ़ता जा रहा है। करीब तीन महीने का समय बीत चुका है, लेकिन दोनों देशों के बीच तनाव कम होने का नाम नहीं ले रहा है। हालांकि, भारत ( India ) की ओर से लगातार चीन ( China ) को झटका दिया जा रहा है। इसके बावजूद चालबाज चीन अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। वहीं, अब खबर ये है कि मोदी सरकार ( Modi Government ) इस मसले को सुलझाने के लिए NSA अजीत डोभाल ( Ajit Doval ) को मोर्चे पर लगा सकती है। लेकिन, सवाल ये है कि क्या भारत के ‘जेम्स बॉन्ड’ अजीत डोभाल के प्लान से ‘ड्रैगन’ ( Dragon ) शांत होगा?
Ajit Doval संभालेंगे चीन का मुद्दा!

दरअसल, खबर ये आ रही है कि केन्द्र सरकार ( Central Government on China Issue ) चीन मुद्दे को सुलझाने के लिए NSA डोभाल ( NSA Ajit Doval ) को बड़ी जिम्मेदारी सौंप सकती है। जिसने अपनी योजना से कई बार पाकिस्तान ( Pakistan ) को करारा जवाब दिया है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, सरकार स्पेशल रीप्रिजेंटेटिव तंत्र से अब सीमा मुद्दे को सुलझाने पर विचार-विमर्श कर रही है। इसके तहत NSA अजीत डोभाल और चीन में उनके समकक्ष वांग यी ( Wang Yi ) के बीच बातचीत होगी। यहां आपको बता दें कि वांग यी वर्तमान में चीन के विदेश मंत्री ( Foreign Minister of the Peoples Republic of China ) होने के साथ-साथ स्टेट काउंसलर ( State Counsellor ) की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। चीन में इस पोस्ट का पॉवर विदेश मंत्री से ज्यादा होती है। सरकार का मानना है कि इस योजना से चीनी सेना ( Chinese Soldiers ) को पीछे हटने के लिए तैयार किया जा सकता है।
‘Ladakh सीमा विवाद पर डोभाल की नजर’

गौरतलब है कि लद्दाख सीमा ( Ladakh Border Issue ) पर जारी विवाद पर NSA डोभाल पहले से ही नजर बनाए हुए हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ( PM Narendra Modi ) का अचानक लद्दाख जाने का जो प्लान बना, वह भी NSA की रणनीति का एक हिस्सा था। तभी तो इस यात्रा की भनक किसी को नहीं लगी। कहा यहां तक जा रहा है कि भारत ने जो चीन को आक्रमक तरीके से जवाब दिया है। वह भी डोभाल के प्लान ( Ajit Doval Plan For China ) का हिस्सा था। यहां आपको बता दें कि चीन और भारत के बीच कई स्तरों पर बातचीत जारी। सैन्य स्तर भी कई बार बातचीत हो चुकी है। लेकिन, अब तक कोई हल नहीं निकला है। लिहाजा, खबर ये है कि भारत अब इस मसले को ऊंचे स्तर पर ले जाने की तैयारी में है। अब देखना ये है कि डोभाल के प्लान से ड्रैगन शांत होता है या फिर कुछ और परिणाम सामने आते हैं।
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