एचआरडी मंत्रालय का कहना है कोरोना के चलते हो रहे लॉकडाउन से घबराने की जरूरत नहीं है। ना तो कोई भी शैक्षणिक सत्र प्रभावित होगा और ना ही बच्चों की पढ़ाई का नुकसान होगा। इसके लिए जरूरी निर्देश जारी किए गए हैं।
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सभी विश्वविद्यालय और महाविद्यालयों की ओर से विद्यार्थियों के पढ़ाई से संबंधित संदेह दूर करने के लिए अपने शिक्षकों को नियुक्त किया हुआ है।
सभी विश्वविद्यालय और महाविद्यालयों की ओर से विद्यार्थियों के पढ़ाई से संबंधित संदेह दूर करने के लिए अपने शिक्षकों को नियुक्त किया हुआ है।
इस दौरान विद्यार्थी घर पर रहकर फोन, वॉट्सऐप और ईमेल के माध्यतम से संपर्क कर सकते हैं। कुछ विश्वविद्यालय और महाविद्यालयों ने ऑनलाइन कक्षाएं भी शुरू की हैं। इसके लिए वे अपने शिक्षकों से व्हॉट्सएप के जरिये संपर्क कर सकते हैं।
टीवी पर ‘स्वयं प्रभा’ चैनल
छात्र मानव संसाधन विकास मंत्रालय की ओर से चलाई जा रही कुछ योजनाओं के माध्यम से अपनी पढ़ाई जारी रख सकते हैं। इन योजनाओं का लाभ उठा कर छात्र कहीं से भी और कभी भी शिक्षा ग्रहण कर सकते हैं।
छात्र मानव संसाधन विकास मंत्रालय की ओर से चलाई जा रही कुछ योजनाओं के माध्यम से अपनी पढ़ाई जारी रख सकते हैं। इन योजनाओं का लाभ उठा कर छात्र कहीं से भी और कभी भी शिक्षा ग्रहण कर सकते हैं।
जो बच्चे टीवी देखना ज्यादा पसंद करते हैं, उनकी पसंद को ध्यान में रखते हुए मंत्रालय ने ‘स्वयं प्रभा’ नाम से एक डीटीएच चैनल शुरू किया है। जिसमें पूरे दिन जाने माने कॉलेजों द्वारा उच्च शिक्षा के लिए बहुत बढ़िया पाठ्यसामग्री उपलब्ध करवाई जाती है।
31 मार्च से पहले एक बार फिर लग सकता है जनता कर्फ्यू, पीएम मोदी करेंगे अपील इसके अलावा इस चैनल पर अब रोजाना अब चार घंटे का स्लॉट कुछ राज्यों को दिया गया है जिसमें वो स्कूली शिक्षा से संबंधित सामग्री उपलब्ध कराएंगे।
इस चैनल में शिक्षा सामग्री को ट्यूटोरियल, लेक्चर और चर्चाओं के माध्यम से पढ़ाया जाता है।
स्वयं पोर्टल पर कक्षा ग्यारहवीं और बारहवीं के अलावा स्नातक और स्नातकोत्तर के विद्यार्थियों के लिए 1900 पाठ्यक्रम उपलब्ध हैं।
स्वयं पोर्टल पर कक्षा ग्यारहवीं और बारहवीं के अलावा स्नातक और स्नातकोत्तर के विद्यार्थियों के लिए 1900 पाठ्यक्रम उपलब्ध हैं।
इसके अलावा ई-पाठशाला की ओर से छात्रों और शिक्षकों के लिए एक पोर्टल के साथ-साथ एक मोबाइल ऐप के माध्यम से शिक्षा सामग्री उपलब्ध कराई जा रही है। यह सामग्री विभिन्न प्रारूपों जैसे ऑडियो, वीडियो, ई-बुक और फ्लिपबुक के रूप में भी उपलब्ध है।
( धीरज कुमार की रिपोर्ट )
( धीरज कुमार की रिपोर्ट )