मामले का खुलासा उस वक्त हुआ जब परिजन अंतिम संस्कार (Funeral) के लिए शमशान घाट पहुंचे। परिजनों ने जैसे ही मृतक का चेहरा देखा तो उनके होश उड़ गए। परिजनों (hospital negligence) शव को अपना समझ कर दाह संस्कार कर रहे थे पर वह 80 साल की एक बुजुर्ग महिला का था। जिसे देखकर परिजन आक्रोशित हो उठे।
परिजनों ने लगाया आरोप उन्होंने तुरंत ही अस्पताल की लापरवाही करार देते इसकी सूचना एशियन अस्पताल (Asian Hospital) को दी गई। अस्पताल की तरफ से तुरंत ही दूसरी एंबुलेंस से संबंधित व्यक्ति के शव को श्मशान घाट पहुंचाया गया और महिला के शव को हॉस्पिटल वापस ले जाया गया। वहीं परिजनों का आरोप है कि हॉस्पिटल की तरफ से उन्हें डराया धमकाया जा रहा है, ताकि वे इसकी सूचना पुलिस को ना दे दे।
की जाएगी जांच घटना की सूचना पाकर पुलिस भी श्मशान घाट पहुंच गई और परिजनों को डेडबॉडी सौंपकर कर जांच शुरू कर दी है। वहीं, अस्पताल प्रबंधन इस मामले को लेकर कुछ कहने के लिए तैयार नहीं है, लेकिन उनके मुताबिक अस्पताल के कर्मचारी से लापरवाही हुई है जिसकी वह जांच कर रहे हैं।
कर्मचारियों की गलती आई सामने सराय ख्वाजा थाना प्रभारी नरेश कुमार ने बताया कि अस्पताल कर्मचारियों की गलती की वजह से शव बदल गए थे। समय रहते इस गलती के बारे में पता चलने पर दोनों पक्षों को उनके परिजन का शव दे दिया गया। मामले में अभी तक किसी भी पक्ष ने लिखित शिकायत नहीं दी है। कोई लिखित शिकायत देता है तो पुलिस मामला दर्ज कर कार्रवाई करेगी।