छह दिन पहले भी रोहतक में भूकंप का हल्का झटका महसूस किया गया था। इस बार रोहतक में जमीन के नीचे कंपन 2.1 किलोमीटर नीचे दर्ज की गई। हल्का भूकंप होने के कारण कुछ लोगों को यह भूकंप महसूस हुआ। रोहतक से गुजर रही महेंद्रगढ़-देहरादून फॉल्ट लाइन के नजदीक लगातार आ रहे भूकंपों पर राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र ( National Seismology Center ) की भी सीधी नजर है।
Corona से बेहाल Lockdown पॉलिसी पर लौटी कई राज्यों की सरकार, जानिए क्या है मजबूरी भूकंप का पूर्व अनुमान लगाना मुश्किल रोहतक जिला के आपदा समन्वयक सौरभ धीमान (Rohtak District Disaster Coordinator Saurabh Dhiman ) ने बताया कि रोहतक जोन तीन और चार में आता है। महेंद्रगढ़-देहरादून फॉल्ट लाइन इसके नीचे से गुजरती है। यह लाइन पिछले कुछ दिनों से एक्टिव है। पहली बार ( First Time ) इस क्षेत्र में लगातार इतने भूकंप आ रहे हैं।
सौरभ धीमान ने बताया कि अभी भूकंप को लेकर कोई दावा नहीं किया जा सकता है। यह भी हो सकता है कि हल्के भूकंपों के बाद फॉल्ट लाइन निष्क्रिय हो जाए और फिर लंबे समय तक कोई भी भूकंप न आए। इन भूकंपों का बारीकी से निरीक्षण करने के लिए राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र की तरफ से रोहतक में दो और भूकंप-सूचक यंत्र लगाए गए है।
Lockdown : अगस्त से भी पहले की तरह ट्रेन सेवाएं शुरू होने के आसार नहीं, रेलवे के इस फैसले से मिले संकेत हरियाणा में 28 दिन में लगे 12 झटके बता दें कि इससे पहले से रोहतक के बैंसी गांव में एक यंत्र लगा हुआ है। भविष्य में इनकी संख्या और अधिक बढ़ाने की योजना है। 28 मई से लेकर अब तक प्रदेश में 12 बार भूकंप के झटके महसूस किए जा चुके है। जिनमें 10 बार भूकंप का केंद्र रोहतक रहा है।