पत्रिका रिएलिटी चेकः चंद सिक्कों के लालच में इंसानी जान को दांव पर लगा रहे हैं लोग

प्रधानमंत्री-मेडिकल एक्सपर्ट्स की अपील भी अनसुनी कर रहे हैं लोग।
लॉकडाउन के दौरान दिल्ली का रिएलिटी चेक करती पत्रिका की रिपोर्ट।

 

<p>दिल्ली लॉकडाउन का रिएलिटी चेक </p>
अनुराग मिश्रा/नई दिल्ली। कोरोना वायरस को फैलने से बचाने के लिए दिल्ली और यूपी सरकार द्वारा लॉक डाउन का कितना असर रहा और कितना ये बेअसर, इसका पत्रिका ने रियलिटी चेक किया। सुबह लॉक डाउन 6:00 बजे से लागू किया गया। शुरुआत में इसका काफी प्रभाव दिखा लेकिन धीरे-धीरे जैसे सूरज चढ़ने लगा इसका असर उतरता दिखा। नोएडा दिल्ली लिंक रोड सीमा पर काफी क्षति देखी गई, डीएनडी पर भी कुछ समय के लिए लंबा जाम लगा क्योंकि यहां कुछ समय के लिए तक री-चेकिंग थी लेकिन दिल्ली यूपी से सटे तमाम इलाकों में प्रशासन और लोगों की लापरवाही देखने को मिली।
दोपहर 12:00 बजे

दिल्ली लखनऊ हाईवे एनएच 24 पर बिना रोक-टोक तमाम वाहन इधर से उधर आते जाते रहे। इसमें ई-रिक्शा ऑटो के साथ-साथ कुछ प्राइवेट ट्रांसपोर्ट के साधन भी शामिल थे।

दोपहर 1:30 बजे
दिल्ली से सटी यूपी गेट की सीमा पर दावा किया जा रहा था कि भारी पुलिस बल तैनात है लेकिन यहां गाजीपुर सब्जी मंडी के पास पुलिस बैरिकेड तो लगा था, पुलिस वाले भी मौजूद थे लेकिन वह काफी बड़ी संख्या में लोगों को दिल्ली की ओर जाने दे रहे थे। ऐसे ही अक्षरधाम सेतु के पास भी काफी बड़ी संख्या में आम लोग सड़कों पर अपने वाहन के साथ घूमते नजर आए।
दोपहर 2:30 बजेः स्थान सराय काले खां अंतर्राज्यीय बस अड्डा

यहां बड़ी संख्या में यात्री जो निजी बसों या काफी कम संख्या में चल रही बसों से दूसरे राज्यों से चलकर दिल्ली पहुंचे थे, वह सड़कों पर खड़े दिखे। इन विवश यात्रियों की मजबूरी का फायदा उठाते तमाम ऑटो-कैब और टैक्सी वाले दिख गए। हैरानी की बात यह थी कि वहां दिल्ली पुलिस की पीसीआर मौजूद थी। इसके बावजूद ऑटो वाले चार की जगह 6-7 यात्रियों को घसीट-घसीट कर अपने ऑटो में बैठा रहे थे और लोगों से मुंह मांगी कीमत वसूल रहे थे।
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दिल्ली पुलिस के कुछ सिपाही वहां मौजूद थे। वह देख कर भी पूरे मामले को अनदेखा कर रहे थे। इस संकट काल में भी इस तरह की लापरवाही तमाम मेडिकल एक्सपर्ट्स के द्वारा दी गई चेतावनी के बावजूद निश्चिततौर पर काल को दावत देने जैसी है। आम लोगों की और ऑटो कैब चालकों की इन्हीं हरकतों की वजह से प्रधानमंत्री ने राज्यों को लॉक डाउन कड़ाई से पालन कराने का निर्देश दिया है ताकि लोग समझ सके कि चंद सिक्कों से बढ़कर इंसानी जिंदगी है।

अमित कुमार बाजपेयी

पत्रकारिता में एक दशक से ज्यादा का अनुभव. ऑनलाइन और ऑफलाइन कारोबार, गैज़ेट वर्ल्ड, डिजिटल टेक्नोलॉजी, ऑटोमोबाइल, एजुकेशन पर पैनी नज़र रखते हैं. ग्रेटर नोएडा में हुई फार्मूला वन रेसिंग को लगातार दो साल कवर किया. एक्सपो मार्ट की शुरुआत से लेकर वहां होने वाली अंतरराष्ट्रीय प्रदर्शनियों-संगोष्ठियों की रिपोर्टिंग.

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