Coronavirus : भारत को बड़ी कामयाबी, दिल्ली के शोधकर्ताओं ने बना दी सस्ती कोरोना टेस्ट किट

कोरोना वायरस ( Coronavirus ) से जंग के बीच भारत को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। दिल्ली के शोधकर्ताओं ने कोरोना वायरस टेस्ट ( Coronavirus Test Kit ) के लिए सबसे सस्ती और अच्छी किट तैयार किया है, जो मौजूदा तकनीक से बहुत ही आसान तरीके से कोरोना वायरस की जांच कर सकता है। अब कोई भी व्यक्ति कोरोना का टेस्ट करवा सकेगा। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी ( National Institute of Virology ) कोरोना किट का परीक्षण कर रहा है।

नई दिल्ली।
कोरोना वायरस ( coronavirus ) से जंग के बीच भारत को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। दिल्ली के शोधकर्ताओं ने कोरोना वायरस टेस्ट ( Coronavirus Test Kit ) के लिए सबसे सस्ती और अच्छी किट तैयार किया है, जो मौजूदा तकनीक से बहुत ही आसान तरीके से कोरोना वायरस की जांच कर सकता है। अब कोई भी व्यक्ति कोरोना का टेस्ट करवा सकेगा। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी ( National Institute of Virology ) कोरोना किट का परीक्षण कर रहा है। अब बस इसको मान्यता मिलने की इंतजार है और इसके बाद इसे देश भर की लैब्स में भेजा जाएगा। ये तकनीक भारत ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया के लिए मील का पत्थर साबित हो सकती है।

कोरोना वायरस : बिल गेट्स ने 5 साल पहले ही देख लिया था भविष्य, कहा था युद्ध नहीं महामारी बनेगी मौत की वजह

दिल्ली के शोधकर्ताओं ने किया विकसित ( Cheap Test Kit for COVID-19 )
भारत में कोरोना वायरस ( Coronavirus in india ) तेजी से पैर पसार रहा हैं। ऐसे में भारतीय शोधकर्ता भी इसका इलाज खोजने में जुटे है। इसी कड़ी में इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नॉलजी दिल्ली ( IIT Delhi ) के शोधकर्ताओं ने कोरोना टेस्ट ( COVID-19 Test Kit ) का एक तरीका विकसित किया है। पुणे स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी से क्लीनिकल सैंपल पर इसकी जांच को प्रमाणित करने की प्रक्रिया चल रही है। आईआईटी दिल्ली के शोधकर्ताओं ने कुसुमा स्कूल ऑफ बायोलॉजिकल साइंसेज की प्रयोगशालाओं में ‘प्रोब-फ्री डिटेक्शन एस्से’ ( Probe Free Detection Assay ) के नाम की किट को तैयार किया है।

सबसे सस्ता और अच्छा किट
आईआईटी दिल्ली का दावा है कि कोरोना वायरस की जांच के लिए उन्होंने जो किट तैयार किया है, वह सबसे सस्ता और अच्छा साबित होगा। इसका इस्तेमाल आम लोगों के लिए भी किया जा सकता है। प्रोफेसर विवेकानंद पेरुमल ने बताया कि तुलनात्मक अनुक्रम विश्लेषण का उपयोग करके हमने कोरोना वायरस के संक्रमण का पता करने के लिए यह किट तैयार किया है। कोरोना वायरस आम इंसान में नहीं पाए जाते है। इस किट की खास बात है कि यह कोरोना वायरस संक्रमण के बारे में कम समय में पता लगा सकेगी।

कोरोना लॉकडाउन के दौरान घर में बच्चों का जरूर रखें ध्यान, ये तरीके जो हर पेरेंट्स को करेंगे मदद

औपचारिक मान्यता मिलने का इंतजार
प्रोफेसर के अनुसार अगर इस तकनीक को एनआईवी मान्यता दे देता है तो देश में बढ़ते कोरोना वायरस के प्रकोर को देखते हुए इसका तेजी से उत्पादन किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि मौजूदा टेस्ट जांच-आधारित'( Probe Based )हैं, जबकि आईआईटी की टीम ने जिस टेस्ट को विकसित किया है, वह ‘जांच-रहित’ ( Probe Free ) है, जिससे जांच का खर्च घट जाता है।

Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.