मनीष तिवारी ने शनिवार को को दावा किया कि टीकों के आपात उपयोग की स्वीकृति देने के लिए कोई नीतिगत ढांचा नहीं उपयोग किया गया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि टीकाकरण आरंभ हो गया है और यह अजोबो.गरीब है कि भारत के पास आपात उपयोग को अधिकृत करने का कोई नीतिगत ढांचा नहीं है। इस बाद भी टीकों के आपात स्थिति में नियंत्रित उपयोग की अनुमति दी गई।
पूर्व केंद्रीय मंत्री का कहना है कि कोवैक्सीन की अलग ही कहानी है। इसे उचित प्रक्रिया के बिना अनुमति दे दी गई है। मनीष तिवारी ने पीएम मोदी पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी दावा कर रहे हैं कि कोविड वैक्सीन सुरक्षित और प्रभावकारी है। अगर ऐसा है तो सबसे पहले मोदी सरकार के किसी मंत्री को वैक्सीन क्यों नहीं लगाई गई।
गौरतलब है कि पीएम नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को कोविड-19 के खिलाफ विश्व के सबसे बड़े टीकाकरण अभियान का ऐलान कर दिया। पहले चरण के लिए सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में इसके लिए कुल 3006 टीकाकरण केंद्र तैयार किए गए हैं। पहले दिन तीन लाख से अधिक स्वास्थ्यकर्मियों को कोविड-19 के टीके की खुराक देने होगी।