सीडीएस रावत बोले, स्वदेशी रक्षा उपकरण के जरिए घुसपैठ कर रहे दुश्मनों को खदेड़ना है

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कहा, भारतीय रक्षा विनिर्माण में आत्मनिर्भरता को लेकर गेम.चेंजर होगा।
रक्षा मंत्रालय ने 40 तेजस जेट की खरीद को पहले ही मंजूरी दे दी है।

<p> बिपिन रावत </p>
नई दिल्ली। चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत ने एलसीए तेजस लड़ाकू की खरीद को मंजूरी मिलने पर खुशी जाहिर की है। उन्होंने कहा कि हमारा उद्देश्य आत्मनिर्भर भारत बनना है। उन्हें उम्मीद है कि वायु सेना बहादुरी के साथ आसमान को भी छुएगी। इसमें से यह प्रमुख घटक विमान शामिल हैं जो कि स्वदेशी हैं। रावत ने कहा कि उनका मुख्य उद्देश्य स्वदेशी रक्षा उपकरण के जरिए घुसपैठ कर रहे दुश्मनों को सीमा पर से खदेड़ना है।
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48000 करोड़ रुपये के सबसे बड़े स्वदेशी रक्षा खरीद सौदे को मंजूरी

गौरतलब है कि पीएम मोदी की अध्यक्षता वाली सीसीएस ने बुधवार को भारतीय वायुसेना के बेड़े के 83 अतिरिक्त स्वदेशी एडवांस तेजस जेट के लिए लगभग 48000 करोड़ रुपये के सबसे बड़े स्वदेशी रक्षा खरीद सौदे को मंजूरी दी है। भारतीय रक्षा विनिर्माण में आत्मनिर्भरता को लेकर ये गेम.चेंजर होगा। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस बात जानकारी दी। गौरतलब है कि रक्षा मंत्रालय ने 40 तेजस जेट की खरीद को पहले ही मंजूरी दे दी है। अब देश के पास कुल 123 एडवांस तेजस जेट हो गए हैं।
रक्षा मंत्रालय के अनुसार वर्ष 2029 तक सभी 83 विमानों को वायुसेना को सौंपने का लक्ष्य है। इन 83 विमानों से वायुसेना की कम से कम छह स्कॉवड्रन तैयार हो जाएंगी। एक स्कॉवड्रन में 16.18 शक्तिशाली लड़ाकू विमान होते हैं। तेजस स्वदेशी चौथी पीढ़ी का टेललेस कंपाउंड डेल्टा विंग विमान है। यह मल्टीमॉड रडार से लैस लड़ाकू विमान है और इसकी संरचना कंपोजिट मैटेरियल से बनी है।
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