खर्चों में मिले टैक्स छूट:
घर से काम करने के दौरान कर्मचारियों को हाई-स्पीड इंटरनेट, पावर बैकअप, होम-ऑफिस बनाने के लिए कुर्सी और डेस्क, इलेक्ट्रॉनिक एसेसरीज पर खर्च करना पड़ा है। हालांकि कुछ कंपनियों ने अपने कर्मचारियों को इसके लिए अलग से फंड भी दिया है। वर्क फ्रॉम होम जारी रहने वाला है, ऐसे में छूट का विचार हो सकता है।
घर से काम करने के दौरान कर्मचारियों को हाई-स्पीड इंटरनेट, पावर बैकअप, होम-ऑफिस बनाने के लिए कुर्सी और डेस्क, इलेक्ट्रॉनिक एसेसरीज पर खर्च करना पड़ा है। हालांकि कुछ कंपनियों ने अपने कर्मचारियों को इसके लिए अलग से फंड भी दिया है। वर्क फ्रॉम होम जारी रहने वाला है, ऐसे में छूट का विचार हो सकता है।
बजट में की जा सकती है घोषणा
जानकारों का कहना है कि सरकार को इस पर बजट में विचार करना चाहिए। ब्रिटेन समेत कुछ देशों में कर्मचारी इस तरह के खर्चों में टैक्स में छूट का क्लेम कर सकते हैं, जबकि भारत में ऐसा नहीं है। ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि सरकार बजट में इस तरह के खर्चों पर टैक्स छूट देने की सोच सकती है। यह छूट मौजूदा मिलने वाली छूट से अलग हो सकती है। एक निर्धारित सीमा तक इसमें डिडक्शन होगा।
जानकारों का कहना है कि सरकार को इस पर बजट में विचार करना चाहिए। ब्रिटेन समेत कुछ देशों में कर्मचारी इस तरह के खर्चों में टैक्स में छूट का क्लेम कर सकते हैं, जबकि भारत में ऐसा नहीं है। ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि सरकार बजट में इस तरह के खर्चों पर टैक्स छूट देने की सोच सकती है। यह छूट मौजूदा मिलने वाली छूट से अलग हो सकती है। एक निर्धारित सीमा तक इसमें डिडक्शन होगा।
वाहनों पर करों में कटौती की मांग
इधर, लग्जरी कार कंपनियों को उम्मीद है कि सरकार बजट में वाहनों पर करों में कटौती करेगी। कंपनियों का कहना है कि ऊंचे कराधान से प्रीमियम कारों का बाजार आगे नहीं बढ़ पा रहा है। महामारी से वाहनों का खंड बुरी तरह प्रभावित हुआ है। वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा कि लग्जरी कारों पर यदि करों में बढ़ोतरी होती है, तो इससे मांग प्रभावित होगी और यह क्षेत्र पिछले साल शुरू हुई अड़चनों से उबर नहीं पाएगा।
इधर, लग्जरी कार कंपनियों को उम्मीद है कि सरकार बजट में वाहनों पर करों में कटौती करेगी। कंपनियों का कहना है कि ऊंचे कराधान से प्रीमियम कारों का बाजार आगे नहीं बढ़ पा रहा है। महामारी से वाहनों का खंड बुरी तरह प्रभावित हुआ है। वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा कि लग्जरी कारों पर यदि करों में बढ़ोतरी होती है, तो इससे मांग प्रभावित होगी और यह क्षेत्र पिछले साल शुरू हुई अड़चनों से उबर नहीं पाएगा।