वैष्णो देवी जाने से पहले पढ़ लें ये खबर, बदल गया सब कुछ, नहीं मिलेगा प्रसाद, पंडित जी नहीं लगाएंगे टीका

Highlights- अब गुफा के अंदर पंडित जी भक्तों को टीका नहीं लगा सकेंगे, साथ ही भक्तों (vaishno devi shrine board) के लिए खुलने वाली दुकानें भी अभी बंद रहेगी- अब भक्तों को प्रसाद (vaishno devi Yatra 2020) भी नहीं मिल सकेगा- पहले मंदिर प्रांगण में ही प्रसाद मिलता था। जिसे लेकर भक्त (vaishno devi yatra 2020 guidelines) मां को चढ़ाते थे और फिर अपने साथ ले जाते थे लेकिन अभी प्रसाद की सभी दुकानें बंद हैं

<p>वैष्णो देवी जाने से पहले पढ़ लें ये खबर, बदल गया सब कुछ, नहीं मिलेगा प्रसाद, पंडित जी नहीं लगाएंगे टीका</p>
नई दिल्ली. माता वैष्णो (vaishno devi) की यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं (vaishno devi Yatra) के लिए 16 अगस्त से दरबार खुल गए हैं। कोरोना वायरस (Coronavirus) के चलते लंबे समय तक बंद रहने के बाद अब माता के मंदिर समेत अन्य धार्मिक स्थलों (Religious places) को 16 अगस्त रविवार को सुबह खोल दिए गए हैं।
लेकिन कोरोना वायरस के खतरों को देखते हुए सख्त नियम (vaishno devi New Rule) के साथ कई बदलाव किए गए हैं। अभी जो भक्त दर्शन के लिए माता के दरबार जाना चाहते हैं उनके लिए यह जानना महत्वपूर्ण है। अब गुफा के अंदर पंडित जी भक्तों को टीका नहीं लगा सकेंगे, साथ ही भक्तों (vaishno devi shrine board) के लिए खुलने वाली दुकानें भी अभी बंद रहेगी। अब भक्तों को प्रसाद (vaishno devi Yatra 2020) भी नहीं मिल सकेगा।
पहले मंदिर प्रांगण में ही प्रसाद मिलता था। जिसे लेकर भक्त (vaishno devi yatra 2020 guidelines) मां को चढ़ाते थे और फिर अपने साथ ले जाते थे लेकिन अभी प्रसाद की सभी दुकानें बंद हैं। भवन के अंदर कोई सामान लेकर प्रवेश नहीं किया जा सकता है। वहीं पहले की तरह बेल्ट, मोबाइल, पर्स भी भवन के बाहर ही जमा करवाया जाएगा।
वहीं भक्त कम होने के चलते गुफा में पहुंचे भक्‍तों को कुछ मिनट माता के दर्शन करने को मिल रहे हैं। पहले यह समय 5-10 सेकंड होता था। कोरोना को देखते हुए पंडित जी की ओर से भक्‍तों को प्रसाद भी नहीं दिया जा रहा है।
जानिए, क्या हुए हैं नए बदलाव

– वैष्‍णो देवी पहुंचे भक्‍तों के अनुसार गुफा के अंदर पहले पंडित जी बैठते थे और भक्‍तों को टीका लगाकर व पिंडी रूपों के दर्शन कराकर विदा करते थे, लेकिन अब पंडित जी वहां टीका नहीं लगा रहे हैं।
– मंदिर परिसर में मौजूद सभी प्रसाद की दुकानें भी बंद कर दी गई है।
– मंदिर में सफाई का पूरा ख्‍याल रखा जा रहा है।
– लंगर चालू हो गए हैं, उनमें सोशल डिस्‍टेंसिंग का ख्‍याल रखा जा रहा है।
– मंदिर में दर्शन के लिए आवाजाही के लिए घोड़ा-खच्‍चर और पिट्ठू की सेवाएं भी अभी बंद हैं। सिर्फ हेलीकॉप्‍टर सेवा शुरू है।
गौरतलब है कि कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए 18 मार्च को एहतियाती तौर पर वैष्णो देवी यात्रा रोक दी गई थी। आज पांच महीने बाद 16 अगस्त को दरबार फिर खोला गया। अब जब प्रशासन ने धार्मिक स्थलों को पुन: खोलने का फैसला किया है तो बोर्ड ने इस भयावह संक्रामक रोग की चुनौती को देखते हुए सभी आवश्यक कदम उठाए हैं।
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