महिला अधिकारी मरीज बनकर सरकारी डाॅक्टर के घर पहुंचीं, फीस लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा

मिर्जापुर में मुख्य विकास अधिकारी एक अचानक ही एक सरकारी डाॅक्टर के आवास पर मरीज बनकर खुद को दिखाने पहुंच गईं। प्राइवेट प्रैक्टिस कर मरीजों से फीस लेते रंगे हाथ पकड़ लिया।

<p>प्रतीकात्मक फाेटाे</p>

पत्रिका न्यूज नेटवर्क

मिर्जापुर. यूपी के मिर्जापुर में मुख्य विकास अधिकारी ने एक डाॅक्टर को घर पर मरीज देखते हुए रंगे हाथों पकड़ा। सीडीओ श्रीलक्ष्मी विएस खुद मरीज बनकर उनके घर पहुंचीं और उनसे परामर्श लेकर उनकी फीस भी दिया। उन्होंने डाॅक्टर के खिलाफ कार्रवाई के लिये डीएम को लिखा है। अब उनकी रिपोर्ट शासन को भेजी जाएगी।


जिले में स्वास्थ्य व्यवस्था और डाॅक्टरों को लेकर आए दिन किसी न किसी तरह की शिकायत अधिकारियों को मिलती रहती है। इसकी जांच करने के लिये औचक निरीक्षण भी होते हैं। इसी क्रम में मिर्जापुर की सीडीओ श्रीलक्ष्मी वीएस को जब शिकायत मिली कि सरकारी डाॅक्टर द्वारा घर पर मरीज देखे जाने की जानकारी मिली।


इसकी जांच करने और डाॅक्टर को रंगे हाथों पकड़ने के लिये वह मंगलवार को खुद मरीज बनकर डाॅक्टर के आवास पर पहुंच गईं। वहां उन्हाेंने डाॅक्टर को दिखाने के बाद उन्हें 200 रुपये फीस भसी दिया। इसके बाद उन्होंने अपनी पहचान बताते हुए डाॅक्टर से घर पर पैसे लेकर मरीजों को देखने के बारे में सवाल किया।


डाॅक्टर ने अपने बचाव में कहा कि कोविड 19 के चलते ओपीडी नहीं हो रही है इसलिये घर पर मरीज देख रहे हैंं इसपर सीडीओ ने पूछा तो फिर पैसे क्यों ले रहे हैं, फ्री में क्यों नहीं देखते। क्या तनख्वाह नहीं मिली। उन्होंने पूरे मामले को कार्रवाई के लिये जिलाधिकारी को भेज दिया है। डीएम प्रवीण कुमार लक्षकार ने मीडिया से कहा है कि सीडीओ की रिपोर्ट मिली है। डाॅक्टर निजी ओपीडी कर रहे थे। उनकी रिपोर्ट शासन को भेजी जाएगी।

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