बता दें कि कल यानी शुक्रवार को आसमान पर बादल छाए रहे और हल्की—हल्की फुहार से मेरठवासी सराबोर होते रहे। जिसके चलते गर्मी और उमस से राहत मिली। लेकिन फुहार केवल दिन में ही हुई। शाम के समय केवल बादल ही घिरे नजर आए। पिछले तीन चार दिनों से रोजाना कहीं तेज तो कहीं बारिश हो रही है। मेरठ और आसपास के कुछ क्षेत्रों में तो काफी बरसने के बाद नीचले इलाकों में पानी भरने से लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
गत बुधवार, गुरुवार के बाद शुक्रवार को भी दिन की शुरुआत बारिश की फुहार के साथ हुई। सावन तो इस बार सूखा ही बीत गया। वहीं इस बार भादो में अच्छी बारिश की संभावना जताई जा रही है। लेकिन भादों के 15 दिन बीत जाने के बाद भी अभी तक बारिश के वो तेवर देखने को नहीं मिले जो कि होने चाहिए थे। भादों में होने वाली बारिश किसानों के लिए भी फायदेमंद साबित होगी। मौसम के इस बदले मिजाज से लोगों को गर्मी से भी राहत मिली है। मौसम विभाग ने बारिश यह सिलसिला जारी रहने की संभावना जताई जा रही है। मेरठ में अमूमन जुलाई और अगस्त में ही सर्वाधिक बारिश होती है। अगस्त का एक तिहाई समय बीत चुका है। मौसम विभाग ने भी तीन से चार दिनों तक अच्छी बारिश की संभावना व्यक्त की है। आज जिले का तापमान अधिकतम 32 डिग्री और न्यूनतम 26 डिग्री बना हुआ है।