मौसम विभाग ने 18 सितंबर और 19 सितंबर को बारिश की उम्मीद जताई थी। लेकिन आज बारिश की संभावना मात्र 12 प्रतिशत ही बची है। हवा की गति 4 किमी प्रति घंटा है। बरसात के महीने में भी मौसम इसी तरह से हैरानी करने वाला रहा था। मौसम की इस बेरूखी से लोग तो परेशान हैं ही साथ ही मौसम विभाग के वैज्ञानिक भी हैरान है। कृषि अनुसंधान संस्थान के मौसम वैज्ञानिक डा0 एन सुभाष की माने तो इस बार बरसात के दिनों में बारिश न होने के कारण इस तरह के परिवर्तन वातावरण में देखने को मिल रहे हैं। उन्होंने बताया कि अगर इसी तरह से परिवर्तन होते रहे तो इस बार सर्दी देर से ही शुरू हो पाएगी।
बता दे कि मेरठ के आसपास के जिलों में इन दिनों हल्का कोहरा भी पड़ना शुरू हो गया है। बिजनौर के धामपुर में आज सुबह कोहरे की हल्की धुंध दिखाई दी। वहीं अन्य जिलों में तापमान में गिरावट शुरू हो चुकी है। लेकिन मेरठ में बदलते मौसम और बढते तापमान ने सभी को परेशान किया हुआ है। मौसम के ये बदलते रूप लोगों की सेहत के लिए भी खतरनाक हैं। मेरठ में मौसम के इस रूख के कारण इन दिनों वायरल का प्रकोप बढ गया है। जिससे डाक्टरों के यहां मरीजों की भीड़ जुट रही है। कोरोना संक्रमण के इस दौर में चिकित्सक भी मरीजों से दूरी बना रहे हैं। चिकित्सक मरीजों से कोरोना टेस्ट कराने के लिए कहते हैं लेकिन मरीज मेडिकल स्टोर से ही दवा खरीदकर खा रहे हैं और घर ही इलाज कर रहे हैं।