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बारिश से जहां तापमान में काफी कमी आई वहीं दूसरी ओर इस बारिश ने पिछले 23 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया। इससे पहले 1998 में मेरठ में अक्टूबर माह में सर्वाधिक बारिश रिकॉर्ड की गई थी। इसके बाद 2004 में 51 मिमी बारिश हुई थी। बारिश के बाद सोमवार की शाम मौसम ने एक बार फिर पलटी मार दी। आज मंगलवार को सुबह से आसमान में धूप निकली हुई है। हालांकि सोमवार को शाम के समय कुछ समय के लिए काले बादल छा गए थे। मेरठ सहित पूरे एनसीआर और पश्चिमांचल के अधिकांश हिस्सों में बारिश हुई। शनिवार को आधी रात के बाद-सोमवार की शाम तक जमकर बारिश हुई। इसके बाद तापमान में कमी आई है।
यह स्थिति बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बनने से उत्पन्न हुई है। इसके कारण अनुमान लगाया जा रहा था कि 17 व 18 अक्टूबर को पूरे पश्चिमांचल और एनसीआर में हल्की या तेज बारिश हो सकती है। इसके साथ ही वातावरण में कुछ ठंड और बढ़ने की भी संभावना है।
मौसम विज्ञानी एन सुभाष ने बताया कि बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बनने से पुरुवा हवा के साथ काफी नमी आ रही है। इसके कारण मौसम में बदलाव हुआ है। उन्होंने बताया कि मौसम पूर्वानुमान के आधार पर आने वाले अगले कुछ दिनों तक आसमान में बादल छाए रहेंगे। साथ ही हवा की गति में तेजी आएगी।