Special: जनता कर्फ्यू के बाद से नहीं हुई इस जनपद में कोई लूटमार, अजीबो-गरीब दर्ज हो रहे केस

Highlights

कोरोना की दवा का दावा करके बेचने की दर्ज हुई रिपोर्ट
सरकारी धनराशि लेने को 300 का फार्म बेचने का आरोप
22 मार्च के बाद से आपराधिक मामलों में जबरदस्त कमी

 
 
 

केपी त्रिपाठी, मेरठ। कोरोना वायरस के ख़ौफ का असर अपराधियों में भी दिख रहा है। मेरठ जिले में आपराधिक गतिविधि बिल्कुल शून्य हो गई हैं। अपराधी भी कोरोना वायरस के डर से भूमिगत हो गए हैं और लॉकडाउन का पालन कर रहे हैं। पिछले 22 मार्च से जिले में हत्या, दुष्कर्म, चोरी, लूट, डकैती और वाहन चोरी जैसी घटनाओं में जबरदस्त गिरावट आई है।
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पुलिस भी अपराधियों को पकडऩे के लिए दबिश को होल्डकर लॉकडाउन का पालन कराने में जुटी हुई है। अब पुलिस लॉकडाउन का पालन नहीं करने वालों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है। कोरोना वायरस के मद्देनजर लॉकडाउन के बाद लोगों में खौफ है। कोरोना वायरस का डर अपराधियों को भी सताने लगा है। ऐसी स्थिति में मेरठ जिले में आपराधिक घटनाएं भी रुक गई हैं। पिछले 22 मार्च से मेरठ जिले के किसी भी थाने में लूट, चोरी, डकैती, दुष्कर्म, वाहन चोरी जैसी रिपोर्ट दर्ज नहीं हुई है। गत 24 मार्च को जिले के एक थाने में मात्र हत्या की एक रिपोर्ट दर्ज हुई। वहीं अब थानों में दर्ज होने वाली रिपोर्ट भी बड़ी अजीबो-गरीब हैं। अब थानों में कोरोना केस से संबंधित रिपोर्ट दर्ज हो रही हैं।
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एसपी देहात अविनाश पांडे ने बताया कि जानी थाना क्षेत्र में एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें एक व्यक्ति कोरोना वायरस की दवा खोजने का दावा कर रहा था। इस व्यक्ति के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी गई है। वहीं एक अन्य मामले में एक व्यक्ति मस्जिद से ऐलान कर रहा था कि उप्र सरकार जो 1 हजार रूपये देने वाली है। उसका फार्म वह बांट रहा है, यह फार्म 300 रूपये का है। इस व्यक्ति के खिलाफ भी कार्रवाई करते हुए रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।
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रिटायर्ड पुलिस अधिकारी सीपी शर्मा का मानना है कि जिले में अपराध में कमी होने की बड़ी वजह कोरोना वायरस से संक्रमित होने का डर और पुलिस की ओर से लगाए गए धारा 144 का असर है। मेरठ में कोई दिन ऐसा नहीं जाता था, जब जिले के किसी न किसी थाना क्षेत्र में हत्या, दुष्कर्म, चोरी और वाहन चोरी की रिपोर्ट दर्ज न होती रही हो, लेकिन लॉकडाउन के बाद स्थिति बदल गई है। इन सभी घटनाओं में जबरदस्त गिरावट आई है। मेरठ के सभी सर्किल के थानों में आपराधिक मामले दर्ज नहीं हुए हैं।
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