यह भी पढ़ें- Corona रिपाेर्ट पॉजिटिव आने पर अस्पताल में भर्ती कराए गए राज्य मंत्री धर्म सिंह सैनी मामला हापुड़ रोड स्थित एक अस्पताल का है। जहां अस्पताल संचालक कोरोना की जांच के लिए मरीज के तीमारदार से 2500 रूपये लेकर मरीज के सैंपल लिए बगैर ही निगेटिव जांच रिपोर्ट दे रहे हैं। इस रिपोर्ट में जिला चिकित्सालय प्यारे लाल शर्मा हॉस्पिटल की मोहर लगी हुई है। हालांकि इस अस्पताल में कोविड-19 की जांच का कोई रिकॉर्ड नहीं है।
इसलिए बनाई जाती है रिपोर्ट कोरोना सक्रंमित मिलने पर क्वारंटीन और अस्पताल में 14 दिन रहने का लोगों में डर सताता है। ऐसे में घर में अगर कोई संक्रमित मिलता है तो उसको अस्पताल में भर्ती करा दिया जाता है। जबकि अन्य लोगों की फर्जी जांच रिपोर्ट इस अस्पताल से बनवाकर मेडिकल या जिला चिकित्सालय को दिखा दी जाती है। इसके अलावा अगर किसी को बाहर जाना होता है तो वो भी इस अस्पताल से कोरोना की निगेटिव जांच रिपोर्ट बनवाकर अपने साथ रहता है। जिसके चलते बाहर जाने पर व्यक्ति को क्वारंटीन नहीं होना पड़ता।
इस मामले का खुलासा होने के बाद जिले के सीएमओ डाॅ. राजकुमार ने पूरे मामले पर जांच बैठा दी है। डाॅ. राजकुमार ने कहा कि अगर वायरल वीडियो सत्यता है तो आरोपियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। अस्पताल का लाइसेंस कैंसिल किया जाएगा। वहीं डीएम अनिल ढीगरा ने बताया कि अगर जांच में आरोप सत्य पाए गए तो अस्पताल को सील कर दिया जाएगा।