बौद्धिक कर्ता इस पर्व की महत्वता पर प्रकाश डालते हुए बताते हैं कि विजयादशमी केवल अच्छाई पर बुराई की जीत तक ही सीमित नहीं है,यह राम राज्य के आगमन का संकेत है,और राम राज्य केवल राम के राजा बनने से या रावण के सद्गति को प्राप्त होने से ही नहीं आएगा,उसके लिए प्रजा को भी अयोध्यावासी बनना पड़ेगा। समाज को भी अपने मन में अयोध्या को बसाना पड़ेगा। जब सम्पूर्ण समाज स्वयं को अयोध्या वासी मानेगा तो निश्चित ही राम राज्य का स्वप्न साकार हो पायेगा।
उत्सव में कैलाश,कमल कौशिक, हरवीर,प्रमोद,धर्मेंद्र, डॉ संजय , अजय शर्मा, प्रधानाचार्य राजीव गुप्ता, विभाग प्रचारक गोविंद, सत्यनारायण, वेदप्रकाश ने बौद्धिक दिया।