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उत्तर प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ प्रदेश में से भ्रष्टाचार को खत्म करना चाहते हैं और भ्रष्टाचारी योगी आदित्यनाथ से दो कदम आगे हैं। लाख कोशिशों के बावजूद भी भ्रष्टाचार खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है और अधिकारी खुले आम लोगों से काम के एवज में सुविधा शुल्क लेते नजर आते हैं। ऐसा ही एक मामला सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना हुआ है। बता दें कि छाता तहसील के गांव अलवाई निवासी मंगतू और उनका बेटा कुंवरपाल से छाता तहसीलदार के पेशकार रमेश चंद यादव ने काम के बदले उनसे दो हजार की रिश्वत मांगी। आरोप है कि रिश्वत न देने पर पेशकार रमेश चंद्र यादव ने उनका काम ना करने की धमकी दी और पीड़ित को तहसील से भगा दिया। बाद में पीड़ित ने तहसीलदार के पेशकार को सबक सिखाने के लिए चोरी-छिपे रिश्वत लेते हुए एक वीडियो रिकॉर्ड कर लिया और उसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद छाता तहसील के अधिकारियों में हड़कंप मचा हुआ है और तहसीलदार के पेशकार रमेश चंद्र यादव के खिलाफ जांच बैठा दी है। वही छाता एसडीएम हनुमान प्रसाद मौर्य ने जानकारी देते हुए बताया कि वीडियो संज्ञान में आया है। मामले की जांच कराई जा रही है। तहसीलदार छाता को जांच अधिकारी बनाया गया है। तहसील कर्मी अगर दोषी है तो निश्चित कार्रवाई की जाएगी।
उत्तर प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ प्रदेश में से भ्रष्टाचार को खत्म करना चाहते हैं और भ्रष्टाचारी योगी आदित्यनाथ से दो कदम आगे हैं। लाख कोशिशों के बावजूद भी भ्रष्टाचार खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है और अधिकारी खुले आम लोगों से काम के एवज में सुविधा शुल्क लेते नजर आते हैं। ऐसा ही एक मामला सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना हुआ है। बता दें कि छाता तहसील के गांव अलवाई निवासी मंगतू और उनका बेटा कुंवरपाल से छाता तहसीलदार के पेशकार रमेश चंद यादव ने काम के बदले उनसे दो हजार की रिश्वत मांगी। आरोप है कि रिश्वत न देने पर पेशकार रमेश चंद्र यादव ने उनका काम ना करने की धमकी दी और पीड़ित को तहसील से भगा दिया। बाद में पीड़ित ने तहसीलदार के पेशकार को सबक सिखाने के लिए चोरी-छिपे रिश्वत लेते हुए एक वीडियो रिकॉर्ड कर लिया और उसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद छाता तहसील के अधिकारियों में हड़कंप मचा हुआ है और तहसीलदार के पेशकार रमेश चंद्र यादव के खिलाफ जांच बैठा दी है। वही छाता एसडीएम हनुमान प्रसाद मौर्य ने जानकारी देते हुए बताया कि वीडियो संज्ञान में आया है। मामले की जांच कराई जा रही है। तहसीलदार छाता को जांच अधिकारी बनाया गया है। तहसील कर्मी अगर दोषी है तो निश्चित कार्रवाई की जाएगी।
Report- निर्मल राजपूत