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मथुरा में डेंगू का कहर मथुरा जिले में वायरल फीवर (Viral Fever) और डेंगू (Dengue) ने इस कदर अपने पैरों को फैलाना शुरू कर दिया है कि आए दिन कोई ना कोई व्यक्ति इसका शिकार बन रहा है। फरह थाना इलाके के कौह गांव में रमिया पुत्री रंजीत उम्र 5 वर्ष, हनी पुत्री वेद प्रकाश उम्र 5 वर्ष, अवनीश पुत्र जगबीर उम्र 10 वर्ष, रूचि पुत्री भगवान सिंह उम्र 19 वर्ष, सुहानी पुत्री अकबर उम्र 18 वर्ष, रिंकू पुत्र हरिशंकर उम्र 8 वर्ष, बेबी उम्र करीब 7 माह, परी पुत्री जितेंद्र करीब 1 वर्ष निवासी कौह ने डेंगू बुखार के चलते दम तोड़ दिया। तो वहीं, गोवर्धन के गांव जचौन्दा में दो बच्चों की मौत हो चुकी है। गोवर्धन तहसील के गांव जचौन्दा में और फरह के गांव कौह में हुई नौ मौतों से जिला प्रशासन के हाथ-पैर फूल गए हैं। स्वास्थ्य विभाग पर लापरवाही का आरोप स्थानीय लोगों का कहना है कि स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन के अधिकारियों को गांव में बीमारी फैलने की सूचना दे दी गई थी। लेकिन, स्वास्थ्य विभाग की नींद टूटी तब तक सात मौत हो चुकी थी। वहीं जिले की सीएमओ रचना गुप्ता ने भी यह माना है कि 11 अगस्त को उन्हें गांव कौह में बीमारी फैलने की सूचना मिल गई थी।
कोरोना ने उड़ाई प्रशासन की नींद मथुरा में जन्माष्टमी (Janmashtami 2021) की तैयारियां भी जोरों से चल रही हैं तो वहीं कोरोना (Corona in Mathura) ने एक बार फिर दस्तक दे दी है। जिले के चौमुहां ब्लॉक में निकले पांच कोरोना पॉजिटिव (Corona Positive in Mathura) केसों से जिला प्रशासन की नींद उड़ गई है। भगवान बांके बिहारी मंदिर के साथ-साथ श्री कृष्ण जन्मस्थान पर भी कोरोना गाइडलाइन का पालन नहीं होता दिखाई दिया। भगवान बांके बिहारी मंदिर में ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के बाद दर्शन प्रक्रिया चालू की गई थी। लेकिन, यह प्रक्रिया बंद कर दी गई। मथुरा में कोरोना (Corona Positive in Mathura) के बढ़ने का खतरा भी मंडरा रहा है। स्वास्थ्य विभाग के द्वारा तीसरी लहर को देखते हुए कोई भी व्यवस्था नहीं की गई है।