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पूर्व मंत्री की पत्नी बोली- न्याय नहीं मिला तो दोनों बच्चों के साथ कर लूंगी आत्महत्या दरअसल, जवाहर बाग के मुख्य आरोपी मृतक रामवृक्ष यादव के परिवार के वकील एलके गौतम का यह दावा है कि रामवृक्ष आज भी जिंदा है। उन्होंने कहा कि अगर रामवृक्ष मारा गया है, तो पुलिस प्रशासन और सीबीआई उसका प्रमाण कोर्ट में क्यों नहीं दाखिल कर पा रही है। वकील ने यह भी बताया कि पोस्टमार्टम के दौरान डीएनए टेस्ट के लिए जो ब्लड सैंपल कलेक्ट किया गया था, उसकी आज तक रिपोर्ट कोर्ट में दाखिल नहीं हुई है। आरोप है कि पुलिस जान बूझकर डीएनए रिपोर्ट कोर्ट में दाखिल नहीं कर रही है। क्योंकि रामवृक्ष की बॉडी वो थी ही नहीं, इसलिये डीएनए का सेंपल मैच नहीं हो रहा है। पुलिस अगर रिपोर्ट को दाखिल करती है तो सारा भेद खुल कर सामने आ जाएगा। यह भी पढ़ें
हाथ में पैंट लेकर इस अंदाज में निकला दूल्हा, देख हंसी नहीं रोक पाएंगें आप वकील एलके गौतम का कहना है कि रामवृक्ष यादव का वह शव नहीं था और यही वजह थी कि परिवार के लोगों ने वह शव लेने से मना किया था। राजनीतिक दबाव के कारण रामवृक्ष को पुलिस के द्वारा भगा दिया गया। अधिवक्ता ने आगे बताते हुए कहा कि मई 2017 में हाईकोर्ट के निर्देश के अनुसार सीबीआई के द्वारा विवेचना शुरू की गई। सीबीआई के द्वारा कोई चार्जशीट दाखिल नहीं की गई है। 4 लोगों की जेल में मौत हो गई। जबकि एक व्यक्ति के द्वारा जमानत अर्जी लगाई गई। जमानत मिलने के बाद उस व्यक्ति ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। सीबीआई के द्वारा आरोप पत्र दाखिल ना करने की वजह से 100 में से 70 लोगों को रिहा किया जा चुका है।