एक सप्ताह बाद होने वाले है राज्य स्तरीय आयोजन
इसी ट्रेक पर आगामी 8 सितम्बर से तीन दिवसीय राज्य स्तरीय जनजाति खेलकूद प्रतियोगिताओं का आयोजन होने वाला है। गौरतलब है कि गत वर्ष भी इसी ट्रेक पर एथलेटिक्स की प्रतियोगिताएं आयोजित की गई थी। आनन फानन में ट्रेक की लम्बाई को अस्थाई रूप से सुधारा गया था। इस सम्बन्ध जब जनजाति विभाग के उप जिला शिक्षा अधिकारी भेरुलाल मीणा से जानकारी चाही गई तो उन्होंने बताया कि ट्रेक को सुधारने के लिए खेल विभाग को अवगत कराया गया है। व्यवस्थित ट्रेक होने पर ही प्रतियोगिता आयोजित कराई जाएगी।
इसी ट्रेक पर आगामी 8 सितम्बर से तीन दिवसीय राज्य स्तरीय जनजाति खेलकूद प्रतियोगिताओं का आयोजन होने वाला है। गौरतलब है कि गत वर्ष भी इसी ट्रेक पर एथलेटिक्स की प्रतियोगिताएं आयोजित की गई थी। आनन फानन में ट्रेक की लम्बाई को अस्थाई रूप से सुधारा गया था। इस सम्बन्ध जब जनजाति विभाग के उप जिला शिक्षा अधिकारी भेरुलाल मीणा से जानकारी चाही गई तो उन्होंने बताया कि ट्रेक को सुधारने के लिए खेल विभाग को अवगत कराया गया है। व्यवस्थित ट्रेक होने पर ही प्रतियोगिता आयोजित कराई जाएगी।
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ट्रेक का निर्माण मापदंड के अनुसार नहीं है
ट्रेक तय मापदण्ड अनुसार नहीं है। लम्बाई में ही काफी अंतर है। 400 मीटर लम्बाई का बनना था, ट्रेक लेकिन वर्तमान में इसकी कुल लम्बाई 396 मीटर ही है। गत वर्ष प्रतियोगिता के दौरान भी काफी परेशानी उठानी पड़ी थी। इस ट्रेक पर बाहरी खिलाडिय़ों को अधिक लाभ मिलता है। हमारे खिलाड़ी पिछड़ जाते है।
शंकरलाल मेनारिया
एथलेटिक्स कोच
प्रतापगढ़
ट्रेक का निर्माण मापदंड के अनुसार नहीं है
ट्रेक तय मापदण्ड अनुसार नहीं है। लम्बाई में ही काफी अंतर है। 400 मीटर लम्बाई का बनना था, ट्रेक लेकिन वर्तमान में इसकी कुल लम्बाई 396 मीटर ही है। गत वर्ष प्रतियोगिता के दौरान भी काफी परेशानी उठानी पड़ी थी। इस ट्रेक पर बाहरी खिलाडिय़ों को अधिक लाभ मिलता है। हमारे खिलाड़ी पिछड़ जाते है।
शंकरलाल मेनारिया
एथलेटिक्स कोच
प्रतापगढ़