आगजनी की बढ़ रही घटनाएं

कहीं मकानों तो कहीं खेतों में लग रही आग

बचाव के लिए सावधानी बरतने की सलाह
प्रतापगढ़ जिले में गत कुछ दिनों से आगजनी की घटनाएं बढ़ गई है।ऐसे में जहां ग्रामीणों और किसानों को भी सावधानी जरूरी है। वहीं विद्युत निगम ने भी आमजन से सावधानी बरतने की सलाह है।
जिले में गत एक माह में ही एक दर्जन से अधिक आगजनी की घटनाएं हो चुकी है।इनमें विद्युत लाइनों में स्पार्किंग से फसलें जलना, मकान, बाड़े में आग लगना प्रमुख रहा है। आगजनी में पीडि़तों को काफी नुकसान हो रहा है। विद्युत लाइनों के नीचे फसलें संग्रहित नहीं रखने और अपने मकानों, बाड़े में खुले तार, कट लगे तारों से सुरक्षा को कुछ ध्यान रखा जाए तो दुर्घटनाओं से बचा जा सकता है।
यहां हुई आग की घटनाएं
जिले में एक माह में करीब एक दर्जन गांवों में आगजनी की घटनाएं हो चुकी है। इनमें लाखों रुपए का नुकसान भी हुआ है। धरियावद में दो गांवों में गेहूूं की फसल जली है। देवगढ़ क्षेत्र में दो मकानों में आग से सबकुछ जलकर राख हो गया। छोटीसादड़ी में तीन खेतों में फसलें जलकर राख हो गई। बारावरदा क्षेत्र में दो खेतों में आग से गेहूं की फसलें जल गई। इसी प्रकार अरनोद थाना क्षेत्र में दो गांवों में आग से फसलें जल गई। वहीं पीपलखूंट में एक मकान में और एक खेत में आग से नुकसान हो गया। इन स्थानों पर विद्युत लाइन में स्पार्किं से आग से नुकसान बताया गया है।
यह बरतें सावधानी
विद्युत निगम की ओर से विद्युत जनित दुर्घटनाओं पर अंकुश के लिए सावधानी बरतने की सलाह दी है।जिसमें मुख्य लाइन से सुरक्षित अंतराल रखा जाए। फसलों को खेत या खलिहान में एकत्रित करने के दौरान यह ध्यान रखा जाए कि ऊपर से विद्युत लाइन तो नहीं गुजर रही है। इसके साथ ही लाइन से दूरी पर ही फसलों को एकत्रित करें।घरों में खुले तारों का नहीं रहने दें। विद्युत लाइन की फीटिंग कराएं। जिस स्थान पर सीलन आती हो, वहां बोर्ड नहीं लगाएं।किसी भी वाहन को विद्युत लाइन के नीचे खड़े नहीं करें। झूलती लाइनों के बारे में निगम को सूचना दें। बारिश के समय करंट का अधिक खतरा रहता है।ऐसे में पोल के पास नहीं जाएं।
रखें सावधानी, निगम को सूचना दें
विद्युत जनित दुर्घटनाओं से बचने के लिए ग्रामीणों को सावधानियां रखना आवश्यक है।फसलों को एकत्रित करने के लिए विद्युत लाइनों को विशेषकर ध्यान रखा जाए। मकान में विद्युत तारों में कट नहीं हो और खुले नहीं रखने चाहिए।इसके अलावा भी सावधियों को रखना आवश्यक है।
आरसी शर्मा
अधीक्षण अभियंता, अविविनिलि, प्रतापगढ़
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‘फूल’ बनकर भी मिली खुशी
-अप्रेल फूल्स डे पर लोगों ने एक दूसरे को जमकर बनाया फूल
प्रतापगढ़
कांठल में रविवार को लोगों ने एक-दूसरे को जमकर फूल बनाया। एक अप्रेल को फूल्स डे होने के चलते सुबह से लोगों ने एक दूसरे को मनगंढ़त बाते बनाकर ***** बनाया। हर वर्ग के लोगों ने इस दिन का भरपूर फायदा उठाते हुए जीवन में कुछ यादगार पलों को संजोया। फूल बनाने का यह सिलसिला देर तक शाम तक चलता रहा।
परेशानी के बाद खुशी
अप्रेल फूल बनने पर लोगों को थोड़े समय के लिए परेशानी का सामना भी करना पड़ा, लेकिन बात में हकीकत सामने आते ही उनके चेहरे पर हंसी खिल गई। इस भागदौड़ भरी जीवनशैली में इस छोटे से मजाक ने तनाव से थोड़ी राहत दी और लोगों ने अपने अन्दर एक अलग सी खुशी महसूस की।
बच्चों ने भी लिया मजा
बड़ो के साथ बच्चों ने भी फूल्स डे का जमकर मजा लिया। बच्चों ने भी अपनी मम्मी के साथ मिलकर पापा को तो पापा के साथ मिलकर मम्मी को और दोनों के साथ मिलकर अपने परिजनों और रिश्तेदारों को ***** बनाया। कई लोगों का अप्रेल फूल तो ऐसा मना जो ताउम्र उन्हे एक खुशगवार लम्हे के रुप में याद रहेगा।
फोन पर भी चला सिलसिला
अपनों से दूर रहने वाले चाहे और कोई त्यौहार नही मना पाते हो, लेकिन उन्होंने फोन के माध्यम से दूरदराज रहने वाले अपने परिजनों, रिश्तेदारों व मित्रों के साथ अप्रेल फूल शानदार तरीके से मनाया। फोन पर ***** बनाने के बाद अपनों के साथ उनकी खुशी देखते ही बन रही थी।
व्हाटसअप पर छाया रहा
मोबाइल पर व्हाटसअप और फेसबुक के माध्यम से भी लोगों ने एक-दूसरे को जमकर अप्रेल फूल बनाया। कई गॉसिप के माध्यम से लोग एक-दूसरे को फूल बनाने में लगे रहे।
गलत भी समझा
अप्रेल फूल होने के कारण कई लोगों ने दूसरों की किसी बात पर यकीन भी नही किया। उन्होंने सोचा कि सामने वाला उन्हे अप्रेल फूल बना रहा है। लोगों को एक दूसरे को यह समझाने में काफी समय लगा कि वे सच बोल रहे है, यहां तक की उन्हे कसमें तक खानी पड़ी।
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